अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में अब तक 45 किलोग्राम शुद्ध सोने का उपयोग किया गया है. राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने शुक्रवार को जानकारी दी कि एक दिन पहले ही मंदिर परिसर की पहली मंजिल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो चुकी है.
राम मंदिर में करीब 50 करोड़ रुपये का सोना लगा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, नृपेन्द्र मिश्रा ने सूचना दी कि इसका दाम करीब 50 करोड़ रुपये है. इसमें टैक्स को शामिल नहीं किया गया है. इस सोने को भगवान राम के सिंहासन को भव्य बनाने को लेकर किया गया. इस दौरान भूतल के दरवाजों में भी इसे लगाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो संग्रहालय, ऑडिटोरियम और गेस्ट हाउस का करीब-करीब पूरा हो चुका है. अभी संग्रहालय, ऑडिटोरियम और गेस्ट हाउस जैसे भागों का निर्माण होना है. कई हिस्सों का निर्माण प्रोग्रेस पर है. मंदिर का काम पूरा होने में दिसंबर तक का समय लगने की उम्मीद है. राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भक्तों के लिए इस पवित्र स्थल के दर्शन की प्रक्रिया शुरू होगी. ऐसा बताया जा रहा है कि केवल सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को एंट्री की अनुमति होगी. इसको लेकर नि:शुल्क पास जारी किए गए हैं.
सात मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के अनुसार, गुरुवार को मंदिर परिसर में कुल सात मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा हुई है. पहली मंजिल पर गर्भगृह के ऊपर मध्य में राम दरबार को स्थापित किया गया है. वहीं उत्तर-पूर्व में शिवलिंग, दक्षिण-पूर्व में गणपति, दक्षिण दिशा के मध्य में हनुमान जी, दक्षिण-पश्चिम में सूर्य देव, उत्तर-पश्चिम में भगवती और उत्तर दिशा के मध्य में अन्नपूर्णा माता की मूर्तियां रखी गई हैं.
यहां पर काफी भारी संख्या में लोग पहुंचे. भीषण गर्मी और अपर्याप्त छाया व्यवस्था के कारण कई लोग परेशान दिखे. आम श्रद्धालुओं के लिए अभी राम दरबार नहीं खुला है. राम मंदिर ट्रस्ट के एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि राम दरबार को अभी आम श्रद्धालुओं के लिए नहीं रखा जाएगा. यह राम मंदिर में आयोजित दूसरा खास समारोह होगा. पहला समारोह 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के रूप में हुआ.