Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है. इसमें कई ऐसे ठिकाने हैं जो दुनिया में आतंक फैलाने के लिए उपयोग में लाए जाते थे. भारतीय सेना की तीनों ईकाइयों ने मिलकर ऑपरेशन सिंदूर चलाया. इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हेडक्ववार्टर भी तबाह हो गया है. बताया जाता है कि इसे बनाने में ओसामा बिन लादने ने एक करोड़ रुपये का दान किया था. लाहौर से करीब 33 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रंक रोड पर स्थित लश्कर-ए-तैयबा का हेडक्वार्टर मौजूद है. इसे मरकज-ए-तैयबा कहा जाता है.
2008 मुंबई आतंकी हमले के दोषियों को ट्रेनिंग मिली
इस परिसर में मस्जिद और गेस्ट हाउस का निर्माण आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन की मदद से किया गया था. यहां पर आईएसआई (ISI) की ओर से अजमल कसाब समेत 2008 मुंबई आतंकी हमले में सभी दोषियों को ट्रेनिंग दी गई थी. ऐसा बताया जाता है कि यहां पर लश्कर का वैचारिक लॉजिस्टिक और ऑपरेशनल सेंटर मौजूद है. यहां पर आतंकियों खास ट्रेनिंग दी जाती थी.
करीब 200 एकड़ में फैला यह परिसर
करीब 200 एकड़ में फैला यह परिसर विश्व के सबसे बड़े आतंकी ठिकानों में एक माना जाता है. इसकी स्थापना 1980 के दशक के अंत में हाफिज सईद ने आईएसआई (ISI) की सहायता और बाहरी फंडिंग से की थी. सैटेलाइट इमेज से सामने आया है कि मरकज एक आधुनिक सुविधाओं वाली टाउनशिप है. इसका केंद्र एक मस्जिद है. इसके चारों ओर स्कूल, प्रशिक्षण केंद्र और खुले मैदान हैं. यहां पर जंग के लिए प्रशिक्षण दिया जाता . इस परिसर में अस्पताल, कार्यलय, बैंक और अन्य व्यावसायिक इकाइयां मौजूद हैं.