पहलगाम आतंकी हमले के बाद से कश्मीर के अलावा लद्दाख में भी डर और आशंका वाला माहौल है. इसको लेकर लद्दाख क्षेत्र के 20 जन प्रतिनिधियों के दस्ते ने गृहमंत्री अमित शाह मुलाकात की. परेशानी इस बात को लेकर है कि आतंकी हमले के बाद से माहौल खराब हो गया है. इस माहौल में कैसे कोई लेह एरिया में आएगा. ऐसे में जरुरी इस बात को लेकर है कि विश्वास का ऐसा माहौल बनाया जाए जिससे कि अधिक से अधिक संख्या में टूरिस्ट यहां आ सके.
लद्दाख के लिए सड़क के वैकल्पिक रास्तों पर चर्चा
जम्मू कश्मीर में जो पर्यटक आते थे वही आगे लेह भी आते थे. इसके लिए सड़क मार्ग का इस्तेमाल किया जाता था. बदली परिस्थितियों में ऐसा लग रहा है कि जम्मू कश्मीर में कम पर्यटक आएं. ऐसे में पर्यटकों का बड़ा वर्ग जो मनाली के रास्ते लेह आते हैं उनके लिए समय से पहले रास्ते को खोला जाए. इस बार हाल के दिनों में बर्फबारी अधिक हुई है. ऐसे में रास्ता फिलहाल बंद है.
गृहमंत्री अमित शाह से मांग की
गृह मंत्री अमित शाह से गुजारिश की है कि जल्द से जल्द लेह मनाली वाले रास्ते को खोला जाए जिससे कि पर्यटकों को आने में कोई दिक्कत ना हो. लेह के इलाके में कम समय के लिए पर्यटक आते हैं. टूरिस्ट सीजन अभी शुरु होने का समय है. अगर समय रहते कदम नहीं उठाया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. उन्होंने कहा कि लद्दाख के हर जिले की अपनी अलग समस्या है. उनमें से अगर कोई कॉमन प्राब्लम है तो वो है पर्यटकों की समस्या.
आंकड़े बताते हैं लद्दाख में पर्यटन कम हुआ
आंकड़ों के मुताबिक लद्दाख में 2024 में 1.49 लाख पर्यटकों की कमी देखी गई है जबकि ये सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले स्थलों में से एक माना जाता है. लद्दाख के पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की कुल संख्या 2023 में 5,25,374 से घटकर 2024 में 3,75,393 (20 दिसंबर 2024 तक) रह गई है, यानी 1,49,981 पर्यटकों की कमी आई है. ऐसे में पहलगाम के बाद के हालात और खराब हो सकते हैं जिसके लिए समय रहते उपाय करने की जरुरत है.