सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शानमुगरत्नम और उनकी पत्नी ने शनिवार को पुरी जिले के मशहूर कोणार्क सूर्य मंदिर का दौरा किया. रघुराजपुर गांव में राष्ट्रपति और उनकी पत्नी का पारंपरिक गोटीपुआ नृत्य और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए भव्य स्वागत किया गया. यह गांव समृद्ध कलात्मक परंपराओं को लेकर काफी मशहूर रहा है. इसमें पट्टचित्र कला, ताड़ के पत्ते पर नक्काशी. इसके साथ पत्थर की मूर्तिकला और गोटीपुआ नृत्य शामिल हैं.
हस्तनिर्मित पेंटिंग भेंट की
दंपति ने गांव में एक घंटे से अधिक समय बिताया. यहां के कलाकारों से उन्होंने चर्चा की. राष्ट्रपति ने रामायण और भगवान गणेश से संबंधित दो पट्टचित्र पेंटिंग खरीदी. रघुराजपुर के कलाकार प्रशांत कुमार सुबुद्धि के अनुसार, राष्ट्रपति को उन्होंने पेंटिंग बनाने की प्रक्रिया के बारे में जाना. वहीं उनकी उनकी पत्नी को एक हस्तनिर्मित पेंटिंग भेंट की. इसमें राष्ट्रपति और सिंगापुर की प्रथम महिला को पुरी जगन्नाथ मंदिर को दर्शाने का प्रयास किया गया.
13वीं शताब्दी का ऐतिहासिक स्थल
राष्ट्रपति और उनकी पत्नी ने पुरी के कोणार्क सूर्य मंदिर का दौरा किया. यह मंदिर 13वीं शताब्दी का ऐतिहासिक स्थल में से एक है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अफसरों ने उनका स्वागत किया. इस यात्रा के वक्त सुरक्षा की खास व्यवस्था की गई थी. इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रपति ने भुवनेश्वर के हस्तशिल्प संग्रहालय कला भूमि में चार घंटे का वक्त बिताया. यहां पर उन्होंने ओडिशा की कला, शिल्प और हथकरघा कौशल की काफी तारीफ की. ओडिशा के सीएम और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ वह विभिन्न गैलरी में गए. यहां पर उन्होंने सांस्कृतिक धरोहर के दर्शन किए.