अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया का बड़ा हादसा हो गया है. आसपास के इलाकों में इससे हड़कंप मच गया है. विमान में 242 यात्री सवार थे. हादसे में अब तक 30 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. एयरइंडिया का विमान लंदन के लिए उड़ान भरा था. इसी दौरान, एयरपोर्ट की बाउंड्री के पास वह क्रैश कर गया. जानकारी के अनुसार, घोड़ा कैंप के पास हुए विमान हादसे की सूचना पर दमकल विभाग की तीन टीमें मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य जारी है. बचाव दल अब ब्लैक बॉक्स की तलाश कर रही है, जिससे हादसे का कारण सामने आ जाएगा.
आइये जानते हैं कि ब्लैक बॉक्स क्या होता है, हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स सबसे ज्यादा महत्वपर्ण है. इसकी मदद से ही हादसे का कारण सामने आ पाता है.
क्या होता है ब्लैक बॉक्स?
ब्लैक बॉक्स का नाम सुनकर ऐसा लगता है कि ये एक काला डिब्बा है, लेकिन ऐसा नहीं है. ये अलग है. ये नारंगी रंग का होता है. इसे फ्लाइट रिकॉर्डर कहा जाता है. ब्लैक बॉक्स बहुत मजबूत होता है. इसे प्लेन के पिछले हिस्से में सुरक्षित रखा जाता है.
ब्लैक बॉक्स से खुलेगा विमान हादसे का राज
ब्लैक बॉक्स का इस्तेमाल हमेशा से उड़ान से जुड़े हादसे के लिए किया जाता है. ये उड़ान के दौरान होने वाली हर एक गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है. इसे फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर कहा जाता है. निर्माण इसका टाइटेनियम मेटल से किया जाता है, जिससे ये सुरक्षिकत रहे. इसके अंदर की दीवारे ऐसी होती हैं कि हादसे के बावजूद ये सुरक्षित रहता है. दुर्घटना के बाद इससे जानकारी मिलती है. यह करीब 1 घंटे तक 10,000 डिग्री सेल्सियस का तापमान झेल सकता है. बिना लाइट के भी बॉक्स एक महीने तक काम करता है.
कैसे काम करता है ब्लैक बॉक्स?
ब्लैक बॉक्स एक ऐसा उपकरण है, जो उड़ान के वक्त विमान का पूरा डेटा एकत्र करता है. इसका काम ये पता लगाना है कि विमान हादसा या किसी गंभीर घटना के दौरान क्या हुआ था? हर विमान में दो डेटा रिकॉर्डर होते हैं, जो एक दूसरे से जुड़े होते हैं.