Advertisment

केएलएफ-कटक में प्रख्यात लेखकों का संगम

केएलएफ-कटक में प्रख्यात लेखकों का संगम

author-image
IANS
New Update
KLF Cuttak

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

कटक शहर में आयोजित कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल (केएलएफ) के उद्घाटन संस्करण में प्रख्यात लेखकों, कवियों, वक्ताओं, पत्रकारों, राजनेताओं और साहित्यिक उत्साही लोगों का संगम देखा गया।

कटक हेरिटेज वॉक के सहयोग से आयोजित केएलएफ के समन्वयक सौम्यरंजन साहू ने उद्घाटन समारोह के दौरान ओडिशा की भाषा, संस्कृति और इतिहास और विविधता के साथ-साथ राज्य के सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कटक के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने ओडिशा के योगदान को बढ़ावा देने में केएलएफ के प्रयासों पर भी जोर दिया।

उद्घाटन सत्र, जिसका शीर्षक एकाबिंशा शताब्दी रा ओडिशा रे साहित्य, संस्कृति औ अइतिहा रा सहारा, कटक था, का संचालन दीपक सामंतराय ने किया और इसमें मेयर सुभाष चंद्र सिंह, विधायक मोहम्मद मोकिम, प्रोफेसर जतींद्र नायक, कवि अमरेश पटनायक, ओएफडीसी के अध्यक्ष श्री सत्यब्रत त्रिपाठी और सौम्यरंजन साहू शामिल थे। पैनल ने सिल्वर सिटी की विरासत, इतिहास, संस्कृति और लोक परंपराओं पर प्रकाश डाला।

अगले सत्र, रीइमेजिनिंग कटक में प्रोफेसर खारवेला मोहंती और दीपक सामंतराय ने शहर के इतिहास, मानव विज्ञान और प्राचीनता पर चर्चा की। उन्होंने शहर के निवासियों के बीच भाईचारे की भावना को छुआ, जो सदियों से कटक की पहचान रही है। प्रोफेसर मोहंती ने शहर के इतिहास को जीवंत बनाने के लिए प्रतिष्ठित बाराबती किले में एक लाइट एंड साउंड शो शुरू करने का प्रस्ताव रखा और रिवर बेड प्रोजेक्ट के लिए अलग प्राधिकरण की स्थापना की वकालत की। उन्होंने कटक के सार को समझने के प्राथमिक स्रोत के रूप में साहित्य की भूमिका पर जोर दिया।

कार्यक्रम का एक अन्य आकर्षण लेखक और पत्रकार संदीप साहू और कस्तूरी रे के साथ सत्र था, जिन्होंने अपनी पुस्तकों, मैडम प्रेसिडेंट, द्रौपदी मुर्मू और द्रौपदी मुर्मू, फ्रॉम ट्राइबल हिंटरलैंड्स टू रायसीना हिल्स पर चर्चा की। प्रोफेसर जतींद्र नायक द्वारा संचालित बातचीत में भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति की असाधारण यात्रा पर प्रकाश डाला गया।

दिन का समापन एक काव्यात्मक आयोजन के साथ हुआ, जिसमें ओडिशा के कई प्रतिष्ठित कवियों ने कवि रा काव्‍य रे कटका नामक सत्र में अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं। डॉ. सरोजिनी सारंगी, बिजय मल्ल, दीपक सामंतराय, फ्रेडरिक राइट, अमिय रंजन महापात्र, अमरेश पटनायक, चिमोय जेना, सुरश नायक, ज्ञानी देबाशीष मिश्रा, रंजीता नायक और अंजुमन आरा ने अपनी कविताएं सुनाईं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment