Kisan Credit Card : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट पेश किया. इस बजट में किसानों के लिए 11 बड़े ऐलान किए गए हैं. इन ऐलान में किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की लिमिट को बढ़ाया गया है. किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख होगी. ऐसे में चलिए जानते हैं कि किसान किसान क्रेडिट कार्ड का फायदा कैसे उठा सकते हैं. इसके लिए क्या करना होगा. किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसानों को उनके खेती के काम के लिए जरूरत के हिसाब से लोन दिया जाता है. इसमें किसानों को कम ब्याज दर के साथ लोन मिलता है, जिससे उनकी वित्तीय जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं.
सरकार की ओर से ब्याज पर 3 प्रतिशत की छूट
वहीं, समय पर लोन चुकाने पर सरकार की ओर से ब्याज पर 3 प्रतिशत की छूट मिलती है, जिससे किसानों को आर्थिक राहत मिल जाती है. केसीसी से जुड़े रुपे कार्ड के जरिए किसान एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं और डिजिटल पेमेंट भी कर सकते हैं. इसके अलावा केसीसी धारक किसानों की फसलें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना यानी पीएमएफबीवाई के तहत कवर की जाती हैं. केसीसी की रकम को खेती किसानी करने के लिए दिया जाता है. ऐसे में किसान केसीसी के लिमिट को खेती के लिए बीज उर्वरक कीटनाशक और डीएपी खरीदने के लिए यूज करते हैं. चलिए अब जानते हैं कि किसान भाई कैसे अप्लाई कर सकते हैं.
आवेदन करने का तरीका बहुत ही आसान
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने का तरीका बहुत ही आसान है. आप ऑफलाइन और ऑनलाइन इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसी भी बैंक, छोटे फाइनेंस बैंक और कॉरपोरेटिव में आवेदन किया जा सकता है. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट जरूरी होते हैं यह भी जान लेते हैं. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने के लिए आपके पास पहचान प्रमाण यानी कि आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि पते का प्रमाण यानी आधार कार्ड राशन कार्ड बिजली बिल, पानी का बिल आदि होना चाहिए. इसके अलावा भूमि स्वामित्व किराएदार का प्रमाण किसान के नाम पर जमीन का रिकॉर्ड यानी खतौनी जमाबंदी पट्टा आदि.
किराएदार का वैध दस्तावेज होना चाहिए
अगर किसान किराएदार हैं तो किराएदार का वैध दस्तावेज होना चाहिए. चूंकि यह सिक्योर्ड लोन है तो ऐसे में किसानों को जितने का लोन है, उतनी ही कीमत के कोलेट की जरूरत पड़ती है. बजट में केसीसी के तहत किसानों को मिलने वाले कर्ज की लिमिट को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख करने के पहले से कयास लगाए जा रहे थे. किसान क्रेडिट कार्ड के लिमिट बढ़ाने की मांग लंबे समय से हो रही है. इस ऐलान का किसानों को खासकर छोटे और मझले किसानों का जोरदार फायदा होगा और इसके चलते रूरल डिमांड यानी ग्रामीण मांग में भी इजाफा देखा जा सकता है. इसके जरिए गांव की अर्थव्यवस्था में भी सुधार देखा जाएगा.
ब्याज दरों में छूट
आपको बता दें कि किसान क्रेडिट कार्ड यानी केसीसी के तहत किसानों को खेती के कामों के लिए समय पर और पर्याप्त उधार दिया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को कई तरह के फायदे मिलते हैं. किसान एक ही जगह से कई तरह की कृषि जरूरतों के लिए लोन ले सकते और इसकी आवेदन प्रक्रिया भी बेहद सरल है. किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने पर ब्याज दरों में छूट मिलती है.