Jyoti Malhotra case update
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाली ज्योति मल्होत्रा को लेकर उज्जैन पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है. उज्जैन पुलिस ने विशेष टीम हरियाणा भेजी जो ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ करेगी. दरअसल, ज्योति साल 2024 में उज्जैन और इंदौर जा चुकी है. उनके बनाए गए कई वीडियोज अपलोड अभी तक हालांकि नहीं किए गए हैं. इससे आशंका यह बन गई है कि वीडियोज और जानकारियां पाकिस्तान को तो नहीं मुहैया करवा दी गई होंगी. उज्जैन पुलिस की एक टीम ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ करने के लिए हिसार हरियाणा रवाना हुई है वो उक्त बिंदुओं पे पूछताछ करेगी कि ज्योति मल्होत्रा जैसा जानकारी प्राप्त हुई थी.
पुलिस के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है. इसके साथ ही, वह जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड की यात्रा कर चुकी है. इन यात्राओं के दौरान उसने वहां की व्यवस्थाओं और महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया. पुलिस को एक वीडियो भी मिला है, जिसमें केदारनाथ धाम की व्यवस्थाओं और साधु-संतों से जुड़ी जानकारियां नजर आ रही हैं. पुलिस अब उससे पूछताछ कर और भी जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है. ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी बेटी को पहले पांच दिन की रिमांड पर लिया गया था और अब चार दिन के लिए दोबारा रिमांड पर भेजा गया है. उन्होंने बताया कि पहले पुलिस लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर चुकी है और दोबारा रिमांड के दौरान ज्योति को घर लाकर कपड़े भी ले गए थे.
हरीश मल्होत्रा ने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें सरकारी वकील दिया जाए, क्योंकि उनके पास केस लड़ने के लिए आर्थिक संसाधन नहीं हैं. उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस की टीम रात को उनके घर आई थी और वहां से एक डायरी जब्त कर ले गई. फिलहाल पुलिस जांच जारी है और आगामी दिनों में और खुलासे होने की संभावना है. इससे पहले पुलिस ने एक टूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसे फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए भेजा गया है. क्लाउड स्टोरेज से कई संवेदनशील वीडियो भी बरामद हुए हैं. कॉल डिटेल्स में एक अंतर्राष्ट्रीय नंबर और दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े संपर्क भी पाए गए हैं. जांच के दौरान यह भी सामने आया कि ज्योति के सोशल मीडिया अकाउंट्स (फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम) पर भारत के सीमावर्ती इलाकों के वीडियो पोस्ट किए गए थे.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच एजेंसियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या ज्योति का संबंध किसी आतंकी साजिश से भी था, खासतौर पर पहलगाम में हुए हमले के संदर्भ में.