Operation Sindoor: केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने बुधवार को संसद में कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के कार्यकाल में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों को याद दिलाया और तत्कालीन सरकारों पर गंभीर आरोप लगाए.
जेपी नड्डा ने कहा कि जब 26/11 मुंबई आतंकी हमला हुआ था, तब आरएसएस को बदनाम करने की साजिश रची गई थी. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश के हर कोने में बम धमाके आम हो गए थे, लेकिन उस दौर की सरकारें सिर्फ मूकदर्शक बनी रहीं.
लगातार होते रहे आतंकी हमले
उन्होंने साल 2005 के दिल्ली सीरियल ब्लास्ट, 2006 के बनारस हमले और मुंबई लोकल ट्रेन बम धमाकों का जिक्र करते हुए कहा कि इतने बड़े हमलों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. नड्डा ने आरोप लगाया कि उस समय भारत और पाकिस्तान के बीच आतंक, व्यापार और पर्यटन साथ-साथ चलते रहे.
जेपी नड्डा ने 2008 के जयपुर बम ब्लास्ट का भी जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण की सारी सीमाएं पार कर चुकी थी. उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार ने एलओसी पार करने के लिए ट्रिपल-एंट्री परमिट की इजाजत दी थी, जिससे आतंकवादियों की घुसपैठ और भी आसान हो गई थी.
आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई
जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है और देश की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को इसी नीति का हिस्सा बताया, जो आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक रणनीति को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि देश में अब आतंकी हमले बंद हो गए हैं. देश में सेना तब थी और आज भी है. बस फर्क लीडरशीप का है. उन्होंने कहा कि खून और पानी एक साथ कभी नहीं बहेगा.
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