मणिपुर में भारतीय सेना, असम राइफल्स, सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस के संयुक्त अभियानों में भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई है. इम्फाल वेस्ट, चंदेल, थोउबाल, कांगपोकपी और चुराचांदपुर जिलों में पिछले कुछ दिनों में इन अभियानों को अंजाम दिया गया. इस कारवाई की टाइम लाइन देखकर आप समझ सकते हैं की किस पैमाने पर मणिपुर के विभिन्न जिलों में वॉर माफिक हथियारों का जखीरा एकत्रित किया गया है.
30 दिसंबर: इम्फाल वेस्ट में बरामदगी
इम्फाल वेस्ट के कोनचाक इलाके में 30 दिसंबर को हुए एक सर्च ऑपरेशन में कार्बाइन मशीन गन (CMG), एक संशोधित .303 राइफल, दो पिस्तौल, तीन सिंगल बैरल राइफल, ग्रेनेड, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई. इस अभियान में असम राइफल्स, सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस ने भारतीय सेना के साथ मिलकर कार्रवाई की.
31 दिसंबर: चंदेल और चुराचांदपुर में बड़ी सफलता
चंदेल जिले में थिंगफाई और टीएस लाइजांग गांव के बीच असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में एक M-16 राइफल, तीन लाथोड, सात इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED), गोला-बारूद और अन्य सामग्री बरामद की गई. इसी दिन चुराचांदपुर जिले के थुमखोंगलोक के उत्तर-पश्चिम में खुझोईरोक नाले के पास भारतीय सेना, सशस्त्र सीमा बल (SSB) और मणिपुर पुलिस ने एक सर्च ऑपरेशन में एक SLR राइफल, एक संशोधित .303 राइफल, दो ऑटोमैटिक पिस्तौल, एक 12-बोर गन, एक एंटी-रायट गन, ग्रेनेड और अन्य सामग्री जब्त की.
02 जनवरी: सैबोह गांव में ऑपरेशन
संगाikot उपखंड के सैबोह गांव के जंगल में असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें एक SLR राइफल, दो पिस्तौल और तीन 12-बोर सिंगल बैरल राइफल बरामद किए गए.
30 दिसंबर से 03 जनवरी: विभिन्न जिलों में बरामदगी
कोनचाक (इम्फाल वेस्ट), लैशांगथेम (थोउबाल) और लाइबोल खुनौ (कांगपोकपी) में 30 दिसंबर 2024 से 03 जनवरी 2025 तक हुए अभियानों में कार्बाइन मशीन गन, एक संशोधित .303 राइफल, चार सिंगल बैरल राइफल, सात पिस्तौल, एक स्नाइपर राइफल (संशोधित), दो सिंगल बोल्ट एक्शन राइफल, एक इम्प्रोवाइज्ड लॉन्ग रेंज मोर्टार, एक 12-बोर गन और गोला-बारूद समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए.
सुरक्षा बलों का समन्वय के साथ ऑपरेशन जारी
इन सफल अभियानों से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतरीन समन्वय स्थापित है. इन प्रयासों से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है. मणिपुर में शांति व्यवस्था बहाल करने की दिशा में इस ऑपरेशन को बेहद कामयाब कदम बताया जा रहा है.