Satyapal Malik passed away: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन हो गया है. उन्होंने दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली. सत्यपाल मलिक बीते लंबे वक्त बीमार चल रहे थे. मलिक ने 79 की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. सत्य पाल मलिक के निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर है.
इन राज्यों के भी रहे राज्यपाल
बता दें कि सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर से पहले मेघालय, बिहार और गोवा के भी राज्यपाल रहे. मलिक भारतीय राजनीतिज्ञ थे. 30 सितम्बर 2017 से 21 अगस्त तक बिहार राज्य के राज्यपाल रहे. इससे पहले अलीगढ़ सीट से 1989 से 1991 तक जनता दल की तरफ से सांसद रहे. 1996 में वह समाजवादी पार्टी की तरफ से दोबार चुनाव लड़े हालांकि इस दौरान उन्हें हाल मिली. मेरठ के एक कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की है.
9 जुलाई को उड़ी थी निधन की अफवाह
इससे पहले 9 जुलाई को सत्यपाल मलिक के निधन की अफवाह उड़ी थी. हालांकि इस खबर का उनके निजी सचिव ने खंडन किया था. तब उन्होंने बताया था कि सत्यपाल मलिक आईसीयू में भर्ती हैं और डॉक्टरों की निगरानी में हैं.
50 साल का लंबा सियासी सफर
सत्यपाल मलिका का पांच दशक लंबा राजनीतिक सफर रहा. उन्होंने इस दौरान कई राजनीतिक दलों के साथ काम किया. पार्टियां बदली लेकिन हमेशा खुद को जाट समाज और किसान नेता के तौर पर पेश किया. वह खुद को लोहियावादी मानते थे और अपना राजनीतिक गुरु चौधरी चरण सिंह को बताते थे.
यूपी के बागपत में जन्मे सत्यपाल
सत्यपाल मलिका का जन्म यूपी के बागपत जिले स्थित हिसावदा गांव में 24 जुलाई 1946 को हुआ. हालांकि उनके जन्म के दो वर्ष बाद ही उनके पिता का देहांत हो गया. इसके बाद उन्होंने स्कूली शिक्षा के साथ राजनीति में रुचि दिखाई. उन्होंने अपने राजनीति में एंट्री के लिए चौधरी चरण सिंह को प्रेरणा बताया. हालांकि चरण सिंह ने ही उन्हें राजनीति में लाने में अहम भूमिका भी निभाई थी.