Jammu-Kashimr : पहलगाम आतंकी हमले के बाद सेना अलर्ट पर है. इस बीच जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. यहां हीरानगर सेक्टर में स्थानीय महिला को चार संदिग्ध नजर आए हैं. महिला ने तुरंत इसकी जानकारी सुरक्षा बलों को दी, जिसके बाद पूरे इलाके की नाकाबांदी करते हुए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, जिसके बाद आर्मी ने कश्मीर में सर्च ऑपरेशन शुरू कर रखा है.
आतंकियों ने पर्यटकों को बनाया निशाना
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले 28 लोग मारे गए हैं. जबकि 20 लोग घायल गए हैं. आतंकियों ने इस बार पर्यटकों को निशाना बनाया है, जिसके बाद लोगों को खौफ का माहौल है. पहलगाम में आंतकियों ने लोगों का धर्म पूछ-पूछ कर लोगों की हत्याएं की है. यहां तक कि हिंदू-मुस्लिम की पहचान करने के लिए आतंकियों ने लोगों से कलमा पढ़वाया. जो नहीं पढ़ पाया, उसकी गोली मारकर हत्या कर दी.
भारत ने उठाया बड़ा कदम
आतंकी घटना की जिम्मेदारी खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली है. आतंकियों में से दो पाकिस्तानी और दो कश्मीरी बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश में सेना कश्मीर में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. वहीं, भारतीयों में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा है. इस घटना के विरोध में लोग जगह-जगह कैंडल मार्च निकाल रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े कदम उठाए हैं. भारत ने सिंधु जल समझौते के तत्काल प्रभाव से कैंसिल कर दिया है. इसके साथ पाकिस्तानी लोगों के वीजा भी रद्द कर दिए हैं, और पाकिस्तानियों को 48 घंटे के भीतर वापस लौटने का फरमान सुनाया है.
पाकिस्तान से रद्द किया शिमला समझौता
वहीं, पाकिस्तान ने भारत के इस फैसले को युद्ध जैसे हालात बताया है और शिमला समझौते को रद्द कर दिया है. शिमला समझौते की बात करें या यह समझौता 1971 में पूर्वी पाकिस्तान को लेकर छिड़े युद्ध के बाद हिमाचल प्रदेश के शिमला में किया गया था. इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो आमने-सामने बैठे. इस समझौते के अनुसार भारत ने पाकिस्तान के 90 हजार युद्ध बंदियों को वापस कर दिया था.