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Foreign Minister Jaishankar Photograph: (Social Media)
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस पहुंचे हुए हैं. गुरुवार को मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से भारत और रूस के बीच दुनिया के सबसे मज़बूत रिश्ते रहे हैं. इस दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "हमने संतुलित और सतत तरीके से द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने की अपनी साझा महत्वाकांक्षा की पुष्टि की, जिसमें रूस को भारत का निर्यात बढ़ाना भी शामिल है. इसके लिए गैर-टैरिफ बाधाओं और नियामक बाधाओं को तेजी से दूर करने की आवश्यकता है. कृषि, फार्मा और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में रूस को भारत का निर्यात बढ़ाने से निश्चित रूप से असंतुलन को ठीक करने में मदद मिलेगी.
Moscow | During a press briefing, External Affairs Minister Dr S Jaishankar says, "...We are not the biggest purchasers of Russian oil, that is China. We are not the biggest purchasers of LNG, that is the European Union. We are not the country which has the biggest trade surge… pic.twitter.com/Ol3G4G78jl
— ANI (@ANI) August 21, 2025
इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने मास्को में मुलाकात की. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, "आज की बैठक हमारे राजनीतिक संबंधों के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा करने का अवसर प्रदान करती है. अब हम वर्ष के अंत में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन की तैयारी कर रहे हैं. हमारे नेताओं ने हमेशा हमें अपने विशेष रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया है. हमने अपने द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर चर्चा की और कई समाधान भी निकाले. मैं द्विपक्षीय चर्चाओं को आगे बढ़ाना चाहता हूं ताकि वार्षिक शिखर सम्मेलन में हमें अधिकतम परिणाम प्राप्त हों. हमारी बैठक का वैश्विक संदर्भ बदलती भू-राजनीतिक स्थिति और बदलते आर्थिक व्यापार परिदृश्य द्वारा प्रदान किया गया है, और हमारा साझा लक्ष्य अपनी पूरकता को अधिकतम करना है.
Moscow | In a joint press conference with Russian FM Lavrov, External Affairs Minister Dr S Jaishankar says, "...On regional issues, we discussed developments in Ukraine, West Asia, the Middle East and Afghanistan. India's approach continues to emphasise dialogue and diplomacy as… https://t.co/fjwNAgOqgH
— ANI (@ANI) August 21, 2025
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ (रूस से तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत के पेनल्टी) लगाने के बाद से हमारे के साथ हमारे रिश्ते निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि क्योंकि भारत द्वारा खरीदे गए कच्चे तेल के पैसे का इस्तेमाल रूस यूक्रेन वॉर में करता है. ऐसे में अगर भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखता है तो उस पर और ज्यादा टैरिफ लगाए जाएंगे. वहीं, अमेरिका से संबंधों में आए तनाव के बाद भारत और रूस की नजदीकी बढ़ती जा रही है. पिछले दिनों मॉस्को पहुंचे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बाद अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस के दौरे पर पहुंचे हुए हैं.