Indians Return From Iran:‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत तीसरी विशेष फ्लाइट नई दिल्ली पहुंची, जिसमें 290 भारतीय नागरिक सवार थे। इनमें से 190 यात्री जम्मू-कश्मीर से थे। सभी लौटे हुए यात्रियों ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया और ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। यह ऑपरेशन उन भारतीयों को सुरक्षित देश लाने के लिए शुरू किया गया है जो ईरान और आसपास के देशों में फंसे हुए थे, खासकर तब जबकि ईरान और इजरायल के बीच युद्ध की स्थिति बनी हुई है।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया और धन्यवाद
विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीवी और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने ‘आईएएनएस’ से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन सिर्फ शुरुआत है और कई और फ्लाइट्स के माध्यम से भारतीयों को वापस लाया जाएगा। हम ईरान की सरकार के साथ-साथ आर्मेनिया और तुर्कमेनिस्तान के समर्थन के लिए भी आभारी हैं, जिन्होंने हमारे नागरिकों की आवाजाही में सहयोग दिया।”
अरुण कुमार ने बताया कि इस फ्लाइट में शामिल लोग हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक सहित कई राज्यों के थे। उनकी मुस्कान ही हमारे लिए सबसे बड़ा इनाम है, उन्होंने कहा।
इजरायल में फंसे भारतीयों के लिए तैयारी
अरुण कुमार ने यह भी बताया कि इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए कहा गया है। जैसे ही वे रजिस्टर कर लेंगे, उनके लिए विशेष इवैक्यूएशन फ्लाइट्स का इंतजाम किया जाएगा। विभिन्न एयरलाइंस के साथ मिलकर सरकार जल्द ही इजरायल में फंसे लोगों को भी सुरक्षित वापस लाने की योजना पर काम कर रही है। यह ऑपरेशन अभी शुरू ही हुआ है और सरकार लगातार इस प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है।
यात्रियों के अनुभव और सरकार का सहयोग
देश लौटे भारतीयों ने भी सरकार की व्यवस्था की तारीफ की। एलिया वतूल ने बताया कि ईरान में उन्हें भारत सरकार की ओर से फाइव स्टार होटल में रखा गया था, और उस समय जब हालात अस्थिर थे, तो यह उनका मनोबल बढ़ाने वाला था। वहीं मौलाना सैय्यद मोहम्मद सईद ने कहा कि ईरान में जंग के बावजूद स्थानीय लोगों और भारतीय दूतावास का सहयोग अविस्मरणीय था। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और सरकार को धन्यवाद दिया।
एक अन्य यात्री ने बताया कि 13 जून की फ्लाइट में जानलेवा हालात के कारण असुविधा हुई, लेकिन भारत सरकार ने बेहतरीन इंतजाम कर सुरक्षित वतन वापसी सुनिश्चित की। वे प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के आभारी हैं।
‘ऑपरेशन सिंधु’ ने संकट में फंसे भारतीयों को सुरक्षित घर वापस लाने में बड़ी भूमिका निभाई है। सरकार ने न केवल आपातकालीन सहायता दी बल्कि यात्रा के दौरान रहने-खाने की भी उचित व्यवस्था की। अब इजरायल में फंसे भारतीयों के लिए भी जल्द ही निकासी प्रक्रिया शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह प्रयास देशवासियों की सुरक्षा और कल्याण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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