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Glass Sky-Walk
Glass Sky-Walk: समुद्र से हजार फीट ऊपर ग्लास स्काईवॉक पर चलने का आनंद लेने के लिए अब आपको चीन या किसी और देश जाने की जरूरत नहीं है. अब भारत में आप इसका आनंद ले सकते हैं. आंध्र प्रदेश के विजाग में एक नया ग्लास स्काईवॉक बनकर तैयार हो गया है. सोमवार को इसका उद्घाटन किया गया है. इसे देश का सबसे लंबा कैंटिलीवर ग्लास स्काईवॉक माना जा रहा है. इसे कैलासागिरी हिलटॉप पर बना हुआ है.
कितने रुपये में बना स्काईवॉक
विशाखापट्टनम सांसद भरत ने सोमवार को इसका उद्घाटन किया. स्काईवॉक की खूबसूरत लोकेशन और अनोखी डिजाइन विजाग के पर्यटन का बड़ा आकर्षण बन गई है. इसकी लागत सात करोड़ रुपये है. दिसंबर के विंटर वेकेशन में ये स्काईवॉक लोगों की पहली पसंद बन सकता है.
India’s longest cantilever glass skywalk opened at Kailasagiri Hill, Visakhapatnam!#VisitAP#AndhraPradeshpic.twitter.com/7LxTbJf3ND
— Andhra Nexus (@AndhraNexus) December 1, 2025
स्काईवॉक की कितनी है ऊंचाई
स्काईवॉक 50 मीटर लंबा है. इसका बड़ा हिस्सा चट्टान से बाहर निकला हुआ है. इसके नीचे कोई सहारा नहीं है. इस वजह से यहां खड़े होकर हवा में तैरने ऐसा महसूस होगा. स्काईवॉक समुद्र से एक हजार फीट और 862 फीट जमीन से ऊपर है. ट्रांसपेरेंट ग्लास की वजह से ये साफ दिखाई देगा.
स्काईवॉक का कैसा है नजारा
स्काईवॉक से 360 डिग्री का नजारा ही इसकी सबसे बड़ी खूबी है. यहां दूर तक फैली बंगाल की खाड़ी और दूसरी ओर सिटी व्यू और पूर्वी घाट की हरी-भरी पहाड़ियां. फोटोग्राफी के लिए सनसेट और सनराइज के दौरान गोल्डन स्काई व्यू यहां की खूबसूरती को चार चांद लगाती है.
कितना सुरक्षित है स्काईवॉक
इसमें 40 मिमी मोटा, ट्रिपल लेयर्ड टेंपर्ड लैमिनेटेड ग्लास लगाया गया है. इसे जर्मनी से मंगवाया गया है. इसे 40 टन रिइनफोर्स्ड स्टील से सपोर्ट दिया गया है, जिससे तेज हवाएं और तटीय मौसम में भी संरचना मजबूत बनी रहेगी. कांच को जर्मनी से मंगवाया गया है. 40 टन रिइनफोर्स्ड स्टील से इसे मजबूती दी गई है, जिससे तेज हवाओं और मौसम बिगड़ने पर भी स्काईवॉक मजबूती के साथ खड़ा रहेगा.
स्काईवॉक में कितने लोगों को मिलेगी एंट्री
भीड़ बढ़े न और हर पर्यटक को अच्छा अनुभव मिले, इसलिए 20 से 40 लोगों के छोटे-छोटे ग्रुप्स को 10-15 मिनट के लिए अंदर जाने दिया जाएगा. लोगों इस वजह बिना जल्दबाजी के और बिना भीड़-भड़क्का के शानदार नजारे देखने को मिलेंगे.
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