आज के समय में टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. पहले जो काम सिर्फ इंसान ही कर पाते थे, अब वही काम मशीनें और रोबोट करने लगे हैं. ऐसा ही एक शानदार काम अब भारत की एक कंपनी ने कर दिखाए हैं, वो भी दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर. एक कंपनी ने एक ऐसा ड्रोन बनाया है, जो माउंट एवरेस्ट के खतरनाक रास्तों पर उड़कर जरूरी सामान ऊपर पहुंचा सकता है और कचरा नीचे ला सकता है. इस ड्रोन का नाम है फ्लाई कार्ट. अप्रैल 2024 में इस ड्रोन ने एवरेस्ट के बेस कैंप से कैंप वन तक तीन ऑक्सीजन सिलेंडर और सामान पहुंचाया. वापसी में उसी रास्ते से कचरा भी लेकर आया. खास बात यह है कि यह पूरा सफर ड्रोन ने सिर्फ 12 मिनट में तय कर लिया.
सामान पहुंचाने और कचरा साफ करने में बनेगा मददगार
जबकि आमतौर पर शेरपा लोग इसे 6 से 8 घंटे में करते हैं. यह भारत के लिए बहुत ही बड़ी सफलता है. एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पर्वतारोहियों को ऊपर तक पहुंचाने और उनका सामान ढोने का जिम्मा शेरपा लोगों का होता है, लेकिन रास्ता बहुत ही खतरनाक होता है. खासकर बर्फ के टूटने और खिसकने वाले इलाकों में ऐसे में उनकी जान का खतरा भी बना रहता है. अब जब ड्रोन से सामान ऊपर भेजा जा सकता है तो शेरपाओं को बार-बार उन खतरनाक रास्तों पर नहीं जाना पड़ेगा. इससे उनकी सुरक्षा बढ़ेगी और जान का खतरा भी कम होगा. हर साल सैकड़ों लोग माउंट एवरेस्ट पर चढ़ते हैं और वहां काफी कचरा छोड़ जाते हैं. जैसे खाने के पैकेट, ऑक्सीजन सिलेंडर, टेंट आदि. इतनी ऊंचाई पर सफाई करना बहुत मुश्किल होता है अब ड्रोन की मदद से यह कचरा नीचे लाया जा सकता है.