Wayanad, Kerala: मुश्किल वक्त में भारतीय सेना हमेशा काम आती है. ये बात एक बार फिर साबित हुई है. बहादुरी का परिचय देते हुए इंडियन कॉस्ट गार्ड (आईसीजी) और इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने आज यानी शनिवार को देवदूत बन तीन लोगों की जान बचाई है. ये तीनों लोग केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले में स्थित सोचीपारा झरने में फंसे हुए थे. सेना ने मुश्किल हालात में जिस तरह से इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया, वो किसी चमत्कार से कम नहीं है.
सैनिकों के हौसले को करेंगे सलाम
दुर्गम पहाड़ियों और तेज प्रवाह झरने के बीच फंसे इन तीन लोगों को सेना ने बचाया है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो भी सामने आए हैं, जिन्हें देखकर आप सैनिकों के हौसले को सलाम करेंगे.
यहां देखें- रेक्स्यू ऑपरेशन का वीडियो
दरअसल, मुंडाकई से सोचीपारा तक नदी के किनारे सुबह के तलाशी अभियान के दौरान ICG खोजी दल ने झरने के पास फंसे तीन लोगों को देखा. इसके बाद उन्होंने जिंदा बचे लोगों की सूचना मेपाडी स्थित कंट्रोल सेंटर को दी थी. इसके बाद सुरक्षा बल तुरंत एक्शन में आए. इसके बाद आईसीजी और आईएएफ ने ज्वॉइन्ट ऑपरेशन कर इन तीनों लोगों की जान बचाई. सेना ने तीनों को लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया. जिंदा बचने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
ये भी पढ़ें: Video: तौलिया लपेटकर सड़क पर निकली लड़की! आंखें फाड़ फाड़कर देखने लगे लोग, और फिर… ‘हुस्न तेरा तौबा तौबा’
वायनाड भूस्लखना में 300 मौतें
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि 30 जुलाई को वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई में हुए भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या शुक्रवार तक 308 हो गई है.
ये भी पढ़ें: वसुंधरा राजे का छलका दर्द, बोलीं- 'राजनीति में हर वक्त एक जैसा नहीं होता', क्या पार्टी में हो रहीं साइडलाइन?