पुंछ में पीर पंजाल के पहाड़ों पर हुई ताजा बर्फबारी के साथ ही नियंत्रण पार से पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशें तेज हो सकती हैं. इसे देखते हुए पुंछ में नियंत्रण रेखा से सटे पाकिस्तान से लगते क्षेत्रों में भारतीय सेना की ओर से सतर्कता बढ़ाते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है. नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान और आंतकवादी संगठनों की घुसपैठ और देश विरोधी हरकतों को रोकने को लेकर सतर्क भारतीय सेना के जवान बर्फबारी के बाद खून जमा देने वाली ठंड में देश की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात हैं. नियंत्रण रेखा पर सेना ने थर्मल इमेजिंग डिवाइस, नाइट विजन कैमरे और यूएवी डोर्न सहित अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली तैनात की है.
कई आतंकी सक्रिय बताए जा रहे
जानकारी के अनुसार 2024 में सुरक्षा बलों ने कई बड़े आंतकी कमांडरों समेत पांच दर्जन आतंकियों को ढेर किया है. इसमें करीब दो दर्जन आतंकी पाकिस्तानी बताए जा रहे हैं. जम्मू कश्मीर में इस समय भी कई आतंकी सक्रिय बताए जा रहे हैं. ऐसे में सुरक्षा बलों की ओर से बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया है. भारतीय सेना के जवानों को भी नुकसान उठाना पड़ा. आंतकवादी विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को नुकसान नहीं हो इसे लेकर सेना अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली से नियंत्रण रेखा पर डोर्न से नजर बनाए हुए है.
भारतीय सेना के जवान ऑपरेशन में निकलते हैं तो ड्रोन भी उनका साथी बनकर उनके साथ चलते हैं. ड्रोन के जरिए पूरे इलाके पर निगरानी रखी जाती है. रात के वक्त नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तान की ओर से संद्धिग हरकत दिखाई देने के बाद हाईटेक डोर्न से देखा जाता है. किसी तरह की कोई आतंकी नियंत्रण रेखा को पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ न करे. कहीं कोई आतंकी इस इलाके में छिपा तो नहीं है.
घुसपैठ बढ़ाने पर विशेष चर्चा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में अंदरूनी हालात खराब होने के बाद पाकिस्तान में आईएसआई और अन्य संगठनों के बीच एक बैठक के बाद भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ बढ़ाने पर विशेष चर्चा कर आंतकवादी की अधिक घुसपैठ करवाने को लेकर रणनीति तैयार की गई. पीओके में डेढ दर्जन के करीब आतंकियों के लॉन्च पैड हैं. जिनमें 150 से अधिक आतंकी घुसपैठ की फिराक में है. हालांकी बर्फभारी के बाद आंतकियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सेना के जवान लगातार बर्फबारी में भी पेट्रोलिंग कर रहे हैं ताकि आतंकियों की नापाक इरादे कामयाब ना हो सके.