रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)जल्द ही ऐसा हथियार सामने लाने वाला है. जिससे पाकिस्तान और चीन दोनों को तकलीफ हो सकती है. हाल ही में आपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस मिसाइलों ने पाकिस्तान में भारी तबाही मचाई थी. पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. अब एक और घातक मिसाइल का परीक्षण होने वाला है. यह मिसाइल प्रोजेक्ट विष्णु का हिस्सा है. इसे भारत में उन्नत किया गया है. इसका नाम एक्सटेंडेड ट्रैजेक्टरी-लॉन्ग ड्यूरेशन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल (ET-LDCM) है. इसका जल्द परीक्षण होने वाला है. इसे भारत की सबसे उन्नत हाइपरसोनिक तकनीकों में गिना जाता है. इस मिसाइल की खूबी है कि यह दुश्मनों के लिए बड़ा खतरा हो सकती है. आइए जानने का प्रयास करते हैं कि इसकी खूबियां क्या हैं.
ET-LDHCM है क्या?
ET-LDCM का पूरा नाम एक्सटेंडेड ट्रैजेक्टरी-लॉन्ग ड्यूरेशन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. इसकी रफ्तार ध्वनि की गति से पांच गुना है. यह मिसाइल हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डेमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल (HSTDV) पर काम करती है. 2020 में इसका परीक्षण पहले हुआ है.
परीक्षण की तारीख क्या है
सबसे पहले इस मिसाइल का सफल परीक्षण नवंबर 2024 में ओडिशा के तट पर हुआ था. अब दूसरा परीक्षण जल्द होने वाला है. यह डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप ओडिशा पर होना है. ET-LDCM की खासियत है कि मिसाइल अपनी गति, रेंज और तकनीक के कारण दुनिया की सबसे उन्नत मिसाइलों में से एक होगी.
इस मिसाइल की खासियत है कि मैक 8 (लगभग 11,000 किमी/घंटा) की अधिक रफ्तार से यह उड़ सकती है. यह 1 सेकंड में तीन किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर सकती है. इसकी तेज गति के कारण दुश्मन का रडार इसे पकड़ नहीं सकता है. यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनी है. मिसाइल को हैदराबाद के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स में DRDO के साथ उद्योग भागीदारों ने तैयार किया है. इसका मुख्य काम दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद करना है. मिसाइल दुश्मन के बंकर, रडार स्टेशन, जहाज और सैन्य ठिकानों पर सटीक निशाना लगा सकती है. इसकी तेज रफ्तार रडार से बचने की क्षमता रखती है.
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