/newsnation/media/media_files/2025/09/20/mea-2025-09-20-20-38-17.jpg)
mea Photograph: (social media)
एच-1बी वीज़ा आवेदनों पर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर के वार्षिक शुल्क लगाने के अमेरिकी फैसले पर भारत के विदेश मंत्रायल की प्रतिक्रिया सामने आई है. मंत्रालय का कहना है कि निर्णय के पूर्ण प्रभावों का अध्ययन किया जा रहा है. भारतीय उद्योग समेत सभी संबंधित पक्षों की ओर से इसका विश्लेषण हो रहा है. इस कदम के मानवीय परिणाम होने की संभावना है. इससे परिवारों को परेशानी होगी.
विचार-विमर्श की उम्मीद की जा सकती है: मंत्रालय
अमेरिकी एच1बी वीजा कार्यक्रम पर रोक के संबंध में एक बयान में विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के उद्योग नवाचार और रचनात्मकता में रुचि रखते हैं. आगे के कदम पर विचार-विमर्श की उम्मीद हो रही है. बयान में कहा गया है कि "सरकार ने अमेरिकी एच1बी वीज़ा कार्यक्रम पर प्रस्तावित प्रतिबंधों से संबंधित रिपोर्ट को देखा है. इस कदम के पूर्ण प्रभावों का अध्ययन भारतीय उद्योग समेत सभी पक्षों की ओर से किया जा रहा है. इसने एच1बी कार्यक्रम से संबंधित कुछ धारणाओं को स्पष्ट करते हुए एक प्रारंभिक विश्लेषण पहले ही प्रस्तुत कर दिया है." बयान में आगे कहा गया है, "भारत और अमेरिका दोनों के उद्योग नवाचार और रचनात्मकता में रुचि रखते हैं. आगे के सर्वोत्तम मार्ग पर विचार-विमर्श की उम्मीद की जा सकती है."
US move on H1B visa to have humanitarian consequences, full implications being studied: MEA
— ANI Digital (@ani_digital) September 20, 2025
Read @ANI Story | https://t.co/H3wwxwZKki#India#US#H1Bvisa#MEApic.twitter.com/11MQwvg5oD
धन सृजन में काफी बड़ा योगदान दिया है
बयान में कहा गया है कि कुशल प्रतिभाओं की गतिशीलता ने अमेरिका और भारत में धन सृजन में योगदान दिया है. इस दौरान नीति निर्माता हाल के कदमों का आकलन करने वाले हैं. बयान में कहा गया है, "कुशल प्रतिभाओं की गतिशीलता और आदान-प्रदान ने अमेरिका और भारत में प्रौद्योगिकी विकास, नवाचार, आर्थिक विकास, प्रतिस्पर्धात्मकता और धन सृजन में काफी बड़ा योगदान दिया है. ऐसे में नीति निर्माता हाल के कदमों का आकलन आपसी लाभों को ध्यान में रखते हुए करेंगे. इसमें दोनों देशा के बीच मजबूत जन-जन संबंध भी शामिल हैं."
इसमें आगे कहा गया है कि इस कदम से परिवारों पर पड़ने वाले व्यवधान के रूप में मानवीय परिणाम सामने आ सकते हैं. सरकार को उम्मीद है कि अमेरिकी अधिकारी इन व्यवधानों का उचित समाधान कर पाएंगे." अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक नया आदेश जारी किया, जो एच-1बी वीज़ा कार्यक्रम में बड़े बदलाव लाता है और एच-1बी वीजा आवेदनों पर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर का भारी सलाना शुल्क लगाता है. इससे नए सवाल खड़े हो रहे हैं.