भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान और चीन की मिलीजुली रणनीति को करारा झटका लगा है. पाकिस्तान, जो भारत के खिलाफ चीन के समर्थन से आतंकवाद और साइबर हमलों को बढ़ावा दे रहा था, अब अपनी स्थिति सुधारने के लिए यूएन और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मदद की गुहार लगा रहा है.
पाकिस्तान का एक उच्चस्तरीय डेलीगेशन इस वक्त चीन में है, जहां वह पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की अगुवाई में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेगा. पाकिस्तान की कोशिश है कि चीन, यूएन में उसे बचाए, जैसा कि वह पहले आतंकवादियों को बचाता आया है.
15 लाख साइबर अटैक
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और चीन की ओर से किए गए 15 लाख साइबर हमलों को नाकाम कर दिया, जिनमें से अधिकांश हमले भारत के सरकारी डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर थे. हालांकि, भारतीय रक्षा प्रणालियों ने सभी हमलों को विफल किया और देश को किसी बड़े नुकसान से बचाया. पाकिस्तान और चीन की संयुक्त कार्रवाइयों का मुकाबला करने में भारत की डिफेंस ताकत साबित हुई, जो इन देशों के घेराव को पूरी तरह से विफल करने में सफल रही