Weather News:राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में सर्दी का असर तो दिखाई दे रहा है, लेकिन उसमें हर साल जैसी बात नजर नहीं आ रही है. दिसंबर का पहला हफ्ता बीत जाने के बाद भी कड़ाके की ठंड तो दूर की बात लोग धूप में निकल तक नहीं पा रहे हैं. दिसंबर के महीने में सर्दी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है, यही वजह है कि लोग मौसम के इस बदलाव को देखकर परेशान भी हैं और हैरान भी. लोगों के मन में रह-रह कर यह सवाल आ रहा है कि क्या इस बार सर्दी नहीं पड़ेगी? मौसम विभाग की तरफ से पूर्वानुमान के अनुसार देश के अधिकतर राज्यों में सर्दी के दौरान भी मिनिमम और मैग्जीमम टेंपरेचर सामान्य से ज्यादा रहने की उम्मीद है.
इस वजह से नहीं पड़ रही सर्दी
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार ला नीना की अनुपस्थिति के कारण इस साल सर्दी में सामान्य से गर्म रह सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ला नीना प्रशांत महासागर और ऊपर के वायुमंडल के बीच क्रिया के कारण होता है. ला लीना का सीधा मतलब सर्दी से है. लेकिन इस साल यह घटना न होने के कारण मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. क्योंकि ला नीना के दौरान हवाओं को बल मिलता, जिससे पश्चिमी क्षेत्र की तरफ पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से प्रशांत क्षेत्र में तापमान सर्द हो जाता है. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि फरवरी 2025 के आसपास ला नीना की स्थिति विकसित होने की संभावना है. उनका कहना है कि नए साल की शुरुआत के साथ-साथ ला नीना की स्थिति बढ़ने के आसार है, जिसकी वजह से 15 जनवरी के बाद अच्छी-खासी सर्दी देखने को मिल सकती है.
चिंता में मौसम वैज्ञानिक
मौसम विभाग के अनुसार दिसंब महीने के दौरान पूरे देश में बारिश होने की ज्यादा संभावना नहीं बन रही है. हालांकि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के आसार जरूर बन रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमूमन दिसंबर के महीने में सर्दी अपना रंग दिखाने लगती है. क्योंकि सर्दी के सीजन में दिसंबर और जवनरी दो ही महीने अच्छी खासी ठंड पड़ने वाले माने जाते हैं, लेकिन इस बार का आलम कुछ दूसरा नजर आ रहा है, जिसकी वजह से मौसम वैज्ञानिक चिंता में है.