IAF Chief Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने अब बड़ा खुलासा किया है. ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, "यह एक उच्च तकनीक वाला युद्ध था. 80 से 90 घंटे के युद्ध में हम इतना नुकसान कर पाए कि उन्हें साफ पता चल गया था कि अगर वे इसे जारी रखेंगे तो उन्हें इसकी और भी अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी इसलिए वे आगे आए और हमारे DGMO को संदेश भेजा कि वे बात करना चाहते हैं. हमारी ओर से इसे स्वीकार कर लिया गया..."
पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया
ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि ये हमारे द्वारा (बहावलपुर - JeM मुख्यालय में) पहुंचाए गए नुकसान की पहले और बाद की तस्वीरें हैं... यहां लगभग कुछ भी बचा नहीं है... आस-पास की इमारतें पूरी तरह सुरक्षित हैं... हमारे पास न केवल उपग्रह चित्र थे, बल्कि स्थानीय मीडिया से भी तस्वीरें थीं, जिनके माध्यम से हम अंदर की तस्वीरें प्राप्त कर सके..." उन्होंने बताया कि S400 एयर डिफेंस सिस्टम ने इन पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया. एयर चीफ मार्शल ने पहलगाम घटना के बाद पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई कारवाही के सबूत भी पेश किए. हमले से पहले और बाद की उपग्रह तस्वीरों के आधार पर नुकसान का आकलन किया गया. उन्होंने कहा कि इस मिशन में इंटर सर्विस कोऑर्डिनेशन और अत्याधुनिक हथियार प्रणाली के कारण ऑपरेशन सफल रहा और दुश्मन को भारी नुकसान उठाना पड़ा.
S400 सिस्टम हाल ही में वायुसेना में शामिल हुआ
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बताया कि S400 सिस्टम हाल ही में वायुसेना में शामिल हुआ और इसकी रेंज ने पाकिस्तान के विमानों को भारतीय सीमा के नजदीक आने और अपनी लंबी दूरी के ग्लाइड बम का इस्तेमाल करने से रोक दिया. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम अपने ही लोगों को यह नहीं समझा पाए कि हमने कितना नुकसान किया है. हमें आतंकवादियों के मारे जाने की खुफिया जानकारी मिली थी. जब यह सब खत्म हुआ तो हमें खुफिया जानकारी मिली कि वे कुछ योजना बना रहे हैं. इसलिए हम उसके लिए पहले से ही तैयार थे. वो सुना पूर्वक ने कहा कि इस बार यह बिल्कुल स्पष्ट था कि हमें इन्हें कड़ा संदेश देना था. हमने यह सोच भी लिया था कि यह लॉन्चपड तक सीमित नहीं होना चाहिए बल्कि आतंकी नेतृत्व को चुनौती भी दी जानी चाहिए. अन्य एजेंसियां भी इसमें शामिल रहीं और हमने उन नौ ठिकानों पर हमला करने का फैसला किया.