जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की है. इसमें वे काफी बीमार नजर आ रहे हैं. उनका दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज जारी है. 11 मई से अस्पताल में भर्ती मलिक ने इसकी जानकारी खुद एक्स पर दी है. इसमें दिख रहा है कि वे अस्पताल के बेड पर हैं और उनका इलाज जारी है. गुरुवार को सीबीआई ने सत्यपाल मलिक समते 6 अन्य लोगों के खिलाफ एक भ्रष्टाचार के मामले में चार्जशीट दायर की है. यह मामला 2200 करोड़ रुपये की लागत वाले किरू जलविद्युत परियोजना के सिविल वर्क्स के ठेको में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है.
सत्यपाल मलिक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'मेरे काफी शुभचिंतकों के फोन सामने आ रहे हैं. उन्हें उठाने में वे असमर्थ हैं.अभी उनकी हालत ठीक नहीं है. वे किसी से भी बात करने की हालत में नहीं हैं. 11 मई से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हुए हैं. संक्रमण की शिकायत के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया. अब हालात काफी खराब हैं. बीते तीन दिनों से किडनी डायलिसिस हो रही है.'
मलिक के खिलाफ क्या हैं आरोप
CBI की चार्जशीट के अनुसार, परियोजना से जुड़ी टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी और जानबूझकर कुछ कंपनियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगा है. यह प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर में विकास के लिहाज काफी महत्वपूर्ण माना गया है. फरवरी 2024 में सीबीआई ने अपनी जांच के वक्त सत्यपाल मलिक के दिल्ली स्थित घरों और और जम्मू-कश्मीर में परिसरों समेत 30 से ज्यादा जगहों की तलाशी ली. किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मौजूद है.
सिविल वर्क्स के लिए टेंडर प्रक्रिया
इस प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन चेनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (CVPPPL) के जरिए हुआ. सीबीआई जांच के अनुसार, परियोजना के सिविल वर्क्स के लिए टेंडर प्रक्रिया में काफी अनियमितताएं पाई गईं. CVPPPL की 47 वीं बोर्ड बैठक में फैसला लिया गया था कि टेंडर प्रक्रिया ई-टेंडरिंग और रिवर्स ऑक्शन के जरिए दोबारा कराई जाएगी. मगर इसे लागू नहीं किया गया. इसका ठेका पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड को सौंप दिया गया.