/newsnation/media/media_files/2025/05/20/xD9J4BiAeB9mWMCOsvmQ.jpg)
Operation Sindoor: भारत ने हाल ही में लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर और आतंक के खिलाफ अपने सख्त रुख को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से रखने के लिए बड़ी कूटनीतिक पहल की है। इस मसले पर भारत सरकार ने साथ अलग-अलग सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को विभिन्न देशों की यात्रा पर भेजने का निर्णय लिया है। आज संसद भवन में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इन सात में से तीन प्रतिनिधिमंडलों को ब्रीफ किया।
इस बैठक में विदेश मंत्रालय ने इन प्रतिनिधिमंडलों को ब्रीफ किया कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष रखना है।
संजय झा के नेतृत्व में एशियाई देशों की यात्रा
सांसद संजय झा के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल जापान, साउथ कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया की यात्रा करेगा।
सदस्य: अपराजिता सारंगी (बीजेपी), अभिषेक बैनर्जी (टीएमसी), बृजलाल (बीजेपी), जॉन ब्रिटास (सीपीएम), प्रदान बरुआ (बीजेपी), हेमांग जोशी (बीजेपी), सलमान खुर्शीद (कांग्रेस), एंबेसडर मोहन कुमार।
ये है यात्रा कार्यक्रम:
22 मई: जापान
24 मई: रिपब्लिक ऑफ कोरिया
27 मई: सिंगापुर
28 मई: इंडोनेशिया
31 मई: मलेशिया
श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में अफ्रीकी देशों का दौरा
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल यूएई, कांगो, सियरा लियोन और लाइबेरिया का दौरा करेगा।
सदस्य: बांसुरी स्वराज (बीजेपी), मोहम्मद बसीर (आईयूएमएल), अतुल गर्ग (बीजेपी), सस्मित पात्रा (बीजेडी), मनन कुमार मिश्रा (बीजेपी), एसएस अहलूवालिया (बीजेपी), एंबेसडर सुजान चिनॉय।
ये है यात्रा कार्यक्रम:
21 मई: यूएई
24 मई: डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो
28 मई: सियरा लियोन
31 मई: लाइबेरिया
कनिमोझी के नेतृत्व में यूरोपीय दौरा
डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में तीसरा प्रतिनिधिमंडल रूस, स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया और स्पेन की यात्रा पर रहेगा।
सदस्य: राजीव राय (सपा), अल्ताफ अहमद (नेशनल कांफ्रेंस), कैप्टन बृजेश चौटा (बीजेपी), प्रेमचंद गुप्ता (आरजेडी), अशोक कुमार मित्तल (आप), अंबेडकर मंजीव पूरी, एंबेसडर जावेद अशरफ।
ये है यात्रा कार्यक्रम:
22 मई: रूस
25 मई: स्लोवेनिया
27 मई: ग्रीस
29 मई: लातविया
31 मई: स्पेन
इन प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य भारत के रणनीतिक और सुरक्षा हितों को उजागर करना, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को साझा करना और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाना है। विदेश मंत्रालय का यह प्रयास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें - Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद सामने आई नई मुश्किल! आतंकियों का ये ट्रेंड बढ़ा रहा चिंता