NGO की आड़ में जिहाद: कैसे तुर्की स्थित SADAT और IDSB जैसे संगठन चला रहे हैं भारत विरोधी वैश्विक नेटवर्क

SADAT Defense Consultancy एक तुर्की स्थित निजी सैन्य कंपनी है जिसकी स्थापना पूर्व ब्रिगेडियर अदनान तनरीवर्दी ने की थी, जो एर्दोआन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुके हैं.

Madhurendra Kumar & Mohit Sharma
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Turkey

Turkey Photograph: (Social Media)

भारत के खिलाफ पाकिस्तान और तुर्की की ट्रांसनेशनल साजिश का एक खतरनाक चेहरा SADAT और IDSB जैसे तुर्की आधारित संगठन हैं. NGO और मानवाधिकार की आ़ड़ में ये संगठन दुनिया भर में इस्लामी कट्टरता और भारत विरोधी प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं. इनके नेटवर्क , मोड्स ऑपरेंडी और प्रोपगंडा की गहराई से पड़ताल करें तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आते है.

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SADAT डिफेंस कंसल्टेंसी जो इस्लामी जेहाद को देती है ताकत

SADAT Defense Consultancy एक तुर्की स्थित निजी सैन्य कंपनी है जिसकी स्थापना पूर्व ब्रिगेडियर अदनान तनरीवर्दी ने की थी, जो एर्दोआन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुके हैं. इसका घोषित लक्ष्य इस्लामी देशों को सैन्य प्रशिक्षण देना है, लेकिन असल में यह संगठन "इस्लामी यूनियन आर्मी" बनाने की दिशा में काम कर रहा है.

SADAT सीरिया, लीबिया और अज़रबैजान जैसे देशों में भाड़े के लड़ाकों की भर्ती और तैनाती कर चुका है.

हामास, अल-कायदा और मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे संगठनों को यह अप्रत्यक्ष समर्थन देता है.

भारतीय एजेंसियों के मुताबिक SADAT के प्रशिक्षित लड़ाके पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क्स के संपर्क में हैं.

IDSB: NGO की आ़ड़ में वैश्विक इस्लामी नेटवर्क

Islamic World NGO Association (IDSB), जिसे तुर्की में "İslam Dünyası Sivil Toplum Kuruluşları Birliği" कहा जाता है, एक अंब्रेला ऑर्गेनाइजेशन है जो सैकड़ों इस्लामिक NGOs को जोड़ता है.

IDSB का घोषित उद्देश्य इस्लामी उम्मा की एकता है, लेकिन यह संगठन भारत, फ्रांस, UAE, और इज़राइल के खिलाफ नफरत फैलाने वाले अभियान चलाता है.

CAA, NRC और कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ झूठे प्रोपेगैंडा और वेबिनार का संचालन कर चुका है.

SADAT-IDSB Nexus: NGOs के माध्यम से प्रॉक्सी वॉर

SADAT और IDSB मिलकर एक ऐसा तंत्र बनाते हैं जहां सैन्य प्रशिक्षण और विचारधारा का तालमेल भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर का हिस्सा बन जाता है.

IDSB से जुड़ा संगठन IHH, जिसे ISIS और अल-कायदा से संबंधों के लिए जांच में लाया गया है, कश्मीर और फिलिस्तीन के नाम पर भारत विरोधी अभियानों में शामिल रहा है.

इनका नेटवर्क RToK (Rights to Kashmir), Kashmir Civitas, LFOVK और TRT World जैसे संस्थानों को समर्थन देता है.

भारत के खिलाफ SADAT-IDSB का एजेंडा

यह संगठन सोची समझी रणनीति एक तहत "इंडिया = इज़राइल" और "सेटलर कॉलोनियलिज्म" जैसे नैरेटिव्स को फैलाकर भारत को दुनिया में मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता के रूप में पेश करते हैं.

ये संगठन UN, OIC और यूरोपीय संस्थाओं में भारत के खिलाफ लॉबिंग भी करते हैं.

यह नेटवर्क भारत के आर्थिक हितों, निवेश और वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए रणनीतिक रूप से काम करता है.

SADAT और IDSB जैसे संगठन NGO और मानवाधिकार जैसे मुखौटों के पीछे छिपकर भारत विरोधी जिहादी एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं. यह एक वैचारिक या कूटनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि सुनियोजित प्रॉक्सी वॉर है, जिसे पाकिस्तान और तुर्की मिलकर अंजाम दे रहे हैं. भारत को इस वैश्विक नेटवर्क से निपटने के लिए कड़ी  रणनीति अपनाने की जरूरत है.

SADAT Defense Consultancy
      
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