असम के करीमगंज जिले का नाम अब बदलकर 'श्रीभूमि' कर दिया गया है. यह निर्णय असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने हाल ही में एक ट्वीट के जरिए साझा किया. इस बदलाव के पीछे एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कारण है, जो रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़ा हुआ है. इस कदम को लेकर राज्यभर में विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. आइए जानते हैं कि इस बदलाव के पीछे क्या खास वजहें हैं और इस नाम का रवींद्रनाथ टैगोर से क्या संबंध है.
करीमगंज जिले का नाम हुआ 'श्रीभूमि
करीमगंज जिले का नया नाम 'श्रीभूमि' रखने का कारण रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़ा हुआ है. टैगोर ने इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक योगदान दिया था. माना जाता है कि रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन का कुछ हिस्सा इस इलाके से जुड़ा हुआ था, और उनके कई कार्यों और रचनाओं को इस क्षेत्र की धरोहर से प्रेरणा मिली थी. इस क्षेत्र को टैगोर के जीवन में एक अहम स्थान प्राप्त था, और उनका साहित्य और संगीत इस इलाके के सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण रूप से शामिल था.