भारत में सितंबर में व्हाइट कॉलर जॉब्स हायरिंग में पिछले साल के मुकाबले 8.6 फीसदी की बड़ी गिरावट देखी गई है। सोमवार को एक नई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ।
नौकरी जॉबस्पीक के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2023 में व्हाइट कॉलर जॉब्स हायरिंग 2,835 रहीं, जो पिछले महीने की तुलना में लगभग 6 फीसदी की बढ़त है।
आईटी सेक्टर को वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है और पिछले कुछ महीनों में हायरिंग नंबर्स में गिरावट देखी गई। हालांकि, बिग डेटा टेस्टिंग इंजीनियर, आईटी, इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी और आईटी ऑपरेशन्स मैनेजर के रोल्स इस अवधि के दौरान भी हाई डिमांड में थे।
नौकरी डॉट कॉम के चीफ बिजनेस ऑफिसर पवन गोयल ने कहा, आईटी सेक्टर पर असर जारी है, बैंकिंग सेक्टर में मजबूत वृद्धि हुई है। इस तथ्य के साथ कि ओवरऑल इंडेक्स में पिछले महीने की तुलना में क्रमिक रूप से 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, यह क्षेत्रीय विविधता पर आधारित इंडियन जॉब मार्केट के लचीलेपन को रेखांकित करता है।
बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे जैसे आईटी-निर्भर शहरों में सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में नए जॉब ऑफर्स में क्रमशः 30 प्रतिशत, 31 प्रतिशत, 32 प्रतिशत और 18 प्रतिशत का दबाव देखा गया।
सितंबर 2023 में जॉब क्रिएशन के मामले में नॉन-मेट्रो शहरों ने महानगरों को पछाड़ना जारी रखा। वडोदरा, अहमदाबाद और जयपुर में हायरिंग में क्रमशः 4 प्रतिशत, 3 प्रतिशत और 2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
हॉस्पिटेलिटी और ट्रेवल सेक्टर में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बीएफएसआई और हेल्थकेयर सेक्टर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में इस साल सितंबर में सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि तेल और गैस और ऑटो क्षेत्रों में से प्रत्येक में 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
बीपीओ/आईटीईएस और एफएमसीजी सेक्टर कुछ प्रमुख क्षेत्र थे, जिन्होंने क्रमशः 25 प्रतिशत और 23 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की।
जॉब मार्केट ने सितंबर में एक्सपीरियंस प्रोफेशनल्स को प्राथमिकता दी है। 16 साल से ज्यादा एक्सपीरियंस वाले प्रोफेशनल्स की भर्ती में लगभग 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि 13-16 साल के बीच एक्सपीरियंस वाले प्रोफेशनल्स की हायरिंग नबंर्स में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS