राशन वितरण मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी को स्कूल भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के गुरुवार के लिए समन पर मीडियाकर्मियों को अजीब प्रतिक्रिया दी।
मलिक ने बुधवार सुबह कोलकाता में रक्षा-संचालित कमांड अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ईडी के साॅल्ट लेक कार्यालय से बाहर लाए जाने के दौरान मीडियाकर्मियों से कहा, “अभिषेक बनर्जी कौन हैं? हमारा नेता? मैं बस इतना कह सकता हूं कि इस मामले में मैं व्यक्तिगत रूप से स्पष्ट हूं। यह 13 नवंबर को स्पष्ट हो जाएगा जब मुझे फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।”
इस बीच, राज्य की महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री शशि पांजा ने बुधवार को मीडियाकर्मियों से पुष्टि की कि अभिषेक बनर्जी पूछताछ के लिए एजेंसी के समन का सम्मान करते हुए गुरुवार को ईडी के साॅल्ट लेक कार्यालय जाएंगे। पांजा ने कहा, वह पहले दिन से ही इस मामले में बहुत जिम्मेदार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के समन अगले साल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उनके राजनीतिक कार्यक्रमों में खलल डालने के लिए एजेंडा के तहत और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा, “यह पार्टी की छवि के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की छवि को भी खराब करने का प्रयास है। ऐसी कोशिशें काफी समय से चल रही हैं।
हालांकि, राज्य भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने राजनीतिक प्रतिशोध के आरोप को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “स्कूल भर्ती घोटाले में केंद्रीय एजेंसी की जांच अदालत के आदेश के अनुसार चल रही है और अदालत की निगरानी में भी है। उससे भाजपा का क्या लेना-देना? अगर तृणमूल कांग्रेस को समन में कुछ भी गलत लगता है, तो वे अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।”
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Source : IANS