कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि अंतरिम बजट के नाम पर केवल औपचारिकताएं पूरी की गई हैं, क्योंकि इसमें न तो करदाताओं को कोई राहत दी गई है और न ही महंगाई कम करने का कोई रोडमैप है।
उन्होंने एक बयान में कहा, इस बजट में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और किसानों की अन्य मांगों को भी पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। गृहणियों, मजदूरों, कर्मचारियों और व्यवसायी वर्ग को भी बजट से निराशा हुई है।
हुड्डा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार का राजकोषीय घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा, यूपीए सरकार के दौरान 2014 तक यह केवल 4.8 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 5.8 प्रतिशत हो गया है। साथ ही जीडीपी की वृद्धि दर में भारी गिरावट आई है। यूपीए सरकार के दौरान औसत विकास दर लगभग आठ प्रतिशत थी, जो भाजपा के 10 वर्षों में छह प्रतिशत तक भी नहीं पहुंच सकी है। इस बजट से भी अर्थव्यवस्था में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS