Advertisment

श्रीनिवास हत्याकांड: कर्नाटक के जंगल में भागने की कोशिश कर रहे दो आरोपियों के पैर में लगी गोली

श्रीनिवास हत्याकांड: कर्नाटक के जंगल में भागने की कोशिश कर रहे दो आरोपियों के पैर में लगी गोली

author-image
IANS
New Update
hindi-two-accued-in-the-murder-cae-of-riniva-cloe-aociate-of-ktaka-home-min-hot-in-leg-three-arreted

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर के करीबी सहयोगी और कांग्रेस नेता एम. श्रीनिवास की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में से दो को भागने की कोशिश के दौरान पैरों में गोली मार दी गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी वेणुगोपाल और मुनींद्र को पैरों में गोली लगी और एक अन्य आरोपी संतोष भी घायल हो गया जब उन्होंने लक्ष्मीसागर वन क्षेत्र में भागने की कोशिश की। सोमवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस निरीक्षक वेंकटेश के नेतृत्व में एक टीम तीनों को ला रही थी।

आत्मरक्षा में पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मार दी. घटना में इंस्पेक्टर वेंकटेश, कर्मचारी मंजूनाथ और नागेश भी घायल हो गए। इनका इलाज कोलार जिला अस्पताल में किया गया है. पुलिस आशंका जता रही है कि आरोपी सुपारी गिरोह से जुड़े हैं, जो पैसों के लिए हत्याएं करते हैं।

श्रीनिवास पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश कुमार के भी करीबी थे। श्रीनिवास कांग्रेस के तालुक स्तर के नेता थे और वह कोलार संसदीय क्षेत्र से लोकसभा टिकट के इच्छुक थे।

उन पर कोलार के पास श्रीनिवासपुर के बाहरी इलाके में होगलागेरे रोड के पास हमला किया गया।

पुलिस ने बताया कि उन्‍हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चोटों के कारण दम तोड़ दिया। श्रीनिवास जिले के प्रमुख दलित नेताओं में से एक थे और घटना के बाद श्रीनिवासपुरा शहर में तनाव बना हुआ है। दलित संगठन हत्या की निंदा करते हुए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने पर विचार कर रहे हैं

पुलिस के मुताबिक, श्रीनिवास होगलागेरे रोड पर अपनी नई बार बिल्डिंग में गए थे तभी छह लोगों के एक गिरोह ने उन पर हमला कर दिया।

श्रीनिवासपुरा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment