कर्नाटक के शिवमोग्गा शहर में रविवार को ईद मिलाद जुलूस के दौरान पथराव की घटना के बाद तनाव फैल गया। प्रतिबंध लगाए
पथराव की घटना के बाद अधिकारियों ने आईपीसी की धारा 144 के तहत शहर के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
पथराव की घटना शहर के शांतिनगर के पास रागीगुड्डा इलाके में हुई, हालांकि, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत किया।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने सात लोगों को भी बचाया, जो पथराव करने वालों और सुरक्षाकर्मियों के बीच फंस गए थे।
विवाद तब शुरू हुआ, जब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने टीपू सुल्तान के कटआउट पर आपत्तिजनक लिखावट मिटाने को लेकर पुलिस पर सवाल उठाया।
एसपी मिथुन कुमार ने समुदाय के नेताओं से बातचीत की और टीपू सुल्तान के कटआउट पर आपत्तिजनक लेखन के बारे में आश्वस्त हुए।
शिवमोग्गा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर है। गणेश उत्सव और ईद मिलाद की पृष्ठभूमि में पुलिस विभाग पिछले 15 दिनों से हाई अलर्ट पर है।
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जिला सशस्त्र रिजर्व (डीएआर) की कम से कम 12 प्लाटून, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 2 प्लाटून, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की 2 प्लाटून और 2,500 पुलिस को शहरभर में तैनात किया गया है।
बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या, जो राष्ट्रीय समाचार बनी, फरवरी 2022 में शिवमोग्गा शहर में हुई थी। शहर में बीेते दिनों भाजपा के स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के बैनर और पोस्टर लगाने पर चाकूबाजी की कई घटनाएं भी देखी गईं थीं।
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Source : IANS