गांजा तस्करी के आरोप में 10 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को गिरफ्तार किए जाने के बाद तमिलनाडु पुलिस ने राज्य में प्रवासी श्रमिकों की निगरानी शुरू कर दी है।
राज्य के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है, जो ड्रग तस्करी के लिए उत्तर भारत और पूर्वोत्तर के प्रवासी श्रमिकों का इस्तेमाल करता था।
पूरे तमिलनाडु के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सादे कपड़ों में पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। साथ ही प्रवासी श्रमिकों पर नजर रखी जा रही है, खासकर उन लोगों पर जो बड़े और भारी बैग के साथ आ रहे हैं।
पिछले तीन महीनों में 13 प्रवासी श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों ने बताया कि तस्करी किए गए गांजे को नागपट्टिनम और रामनाथपुरम सहित राज्य के तटीय इलाकों से देश से बाहर निर्यात किया जाता था।
पुलिस ने यह भी कहा कि तटीय शहरों के माध्यम से देशी नावों से श्रीलंका में तस्करी की गतिविधियों में वृद्धि हुई है।
पुलिस उन एजेंटों के भी संपर्क में है जो प्रवासी श्रमिकों को ला रहे हैं। नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए श्रमिकों की भाषाओं में पर्चे छाप रहे हैं।
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Source : IANS