Advertisment

कोलकाता के एम्हर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में कथित हिरासत में मौत से तनाव

कोलकाता के एम्हर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में कथित हिरासत में मौत से तनाव

author-image
IANS
New Update
hindi-tenion-in-central-kolkata-over-alleged-cutodial-death-of-a-peron--20231115205405-2023111521533

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

एम्हर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में एक व्यक्ति की कथित तौर पर हिरासत में मौत के बाद बुधवार शाम से मध्य कोलकाता के एमहर्स्ट स्ट्रीट-कॉलेज स्ट्रीट जंक्शन पर तनाव व्याप्त है।

स्थानीय लोगों ने व्यस्त कॉलेज स्ट्रीट क्रॉसिंग को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर यातायात जाम हो गया है। खेल स्थल पर पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी मौजूद है और आंदोलनकारियों को समझाने की कोशिश कर रही है।

मृतक की पहचान अशोक साव के रूप में की गई है, जो इलाके में सिगरेट और अन्य सामान बेचने का ठेला लगाता था।

साव के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ोसी का मोबाइल फोन चोरी करने का आरोप लगाने के बाद उन्हें एम्हर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में बुलाया गया था।

बुधवार की दोपहर वह थाने गए और कुछ देर बाद उनके परिजनों को पुलिस ने बताया कि थाने में साव की मौत हो गई है।

मृतक के भतीजे बिजय साव ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पुलिस द्वारा सूचित किए जाने के बाद साव की पत्‍नी रजनी साव एम्हर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन पहुंचीं।

बिजय साव ने कहा, “वहां चाची ने मेरे चाचा का शव पुलिस स्टेशन परिसर में पड़ा देखा। उन्‍होंने उसके शरीर पर चोट के निशान भी देखे। यह स्पष्ट था कि पुलिस ने पूछताछ के नाम पर उसकी बुरी तरह पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई।”

स्थानीय भाजपा पार्षद सजल घोष ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि मृतक के शव के कुछ वीडियो परिवार के सदस्यों द्वारा उन्हें उपलब्ध कराए गए हैं।

घोष ने कहा, “हमारी मांग सरल है। किसी भी स्थिति में पोस्टमार्टम किसी भी सरकारी अस्पताल में नहीं कराया जाना चाहिए। उस मामले में शव परीक्षण रिपोर्ट में हेरफेर करने की पूरी कोशिश की जाएगी। शव परीक्षण कमांड अस्पताल जैसे केंद्रीय अस्पताल में किया जाना चाहिए।”

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment