आंध्र प्रदेश पुलिस ने विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के चलो मचेरला कार्यक्रम को रोकने से लिए गुरुवार को पार्टी के कई बड़े नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया। पलनाडु जिले के मचेरला में मतदान के दौरान और उसके बाद सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के विधायक द्वारा कथित हिंसा के विरोध में इस मार्च का आह्वान किया गया था।
टीडीपी की योजना मचेरला पहुंचकर विधायक पिन्नेली रामकृष्णा रेड्डी द्वारा की गई हिंसा के पीड़ितों से मिलने की थी। हालांकि पुलिस ने इस मार्च की योजना नहीं दी और पार्टी के नेताओं को उनके घर पर नजरबंद कर दिया।
पलनाडु जिले की पुलिस अधीक्षक मल्लिका गर्ग ने कहा कि पुलिस ने चलो मचेरला कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी है।
कुछ प्रमुख टीडीपी नेताओं को मचेरला की ओर कूच करने से रोकने के लिए आज सुबह-सुबह पुलिसकर्मी उनके घरों पर पहुंचे। गुंटूर में टीडीपी नेता नक्का आनंद बाबू और के. श्रीनिवास राव को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया।
गोलापुडी में पूर्व मंत्री देवीनेनी उमा को घर से निकलने से रोक दिया गया। विजयवाड़ा में पार्टी की पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया।
मचेरला विधानसभा क्षेत्र से टीडीपी उम्मीदवार जुलाकांटी ब्रह्मानंद रेड्डी 13 मई को मतदान के दिन से ही अपने घर में नजरबंद हैं।
इस विधानसभा क्षेत्र में चुनावी हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। मतदान के दिन सात जगहों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाया गया था।
वाईएसआरसीपी के रामकृष्ण रेड्डी ने, जो लगातार पांचवीं बार जीत की उम्मीद कर रहे हैं, एक पोलिंग बूथ पर ईवीएम को क्षतिग्रस्त कर दिया। मंगलवार को इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
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Source : IANS