जल्लीकट्टू का मतलब एकीकरण और तमिल संस्कृति की पहचान है : स्टालिन
जल्लीकट्टू का मतलब एकीकरण और तमिल संस्कृति की पहचान है : स्टालिन
चेन्नई:
मुख्यमंत्री ने मदुरै में जल्लीकट्टू अखाड़े का उद्घाटन करते हुए कहा, तमिल एकता को विभाजित करने के लिए जाति और धार्मिक मतभेद पैदा किये गये। जल्लीकट्टू जैसे आयोजन तमिल संस्कृति के एकीकरण और पहचान का प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें द्रमुक संरक्षक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के नाम पर भव्य जल्लीकट्टू अखाड़े का उद्घाटन करते हुए गर्व हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कलैग्नार नूट्रानाडु एरुथाजुवुथल अरंगम या करुणानिधि शताब्दी जल्लीकट्टू केंद्र का निर्माण एरुथाजुवुथल या बैल को वश में करने को उजागर करने के लिए किया गया है। यह तमिलों और तमिलनाडु की पारंपरिक संस्कृति है।
उन्होंने कहा कि डीएमके ने जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध का कड़ा विरोध किया और चेन्नई के मरीना बीच पर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के खिलाफ हिंसा का सहारा लिया था। डीएमके सरकार के सत्ता संभालने के बाद, हम जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चले गए। यह कार्यक्रम मनोरंजन नहीं है बल्कि तमिल संस्कृति से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2023 में राज्य में जल्लीकट्टू आयोजनों की अनुमति देकर एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
Premanand Ji Maharaj : प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Aaj Ka Panchang 29 April 2024: क्या है 29 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Arthik Weekly Rashifal: इस हफ्ते इन राशियों पर मां लक्ष्मी रहेंगी मेहरबान, खूब कमाएंगे पैसा