रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बताया कि उनका देश 2014 से लगातार यूक्रेन की समस्याओं के शांतिपूर्ण समाधान की मांग कर रहा है।
अमेरिकी मीडिया पर्सनैलिटी टकर कार्लसन के साथ शुक्रवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में पुतिन ने कहा, हमने बार-बार यूक्रेन में 2014 में तख्तापलट के बाद पैदा हुई समस्याओं का शांतिपूर्ण तरीकों से समाधान खोजने की पेशकश की। लेकिन, किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। और, तो और यूक्रेनी नेतृत्व, जो अमेरिका के पूर्ण नियंत्रण में था, उसने अचानक घोषणा की कि वह मिन्स्क समझौतों को पूरा नहीं करेगा। उन्हें वहां कुछ भी पसंद नहीं आया और उन्होंने इस क्षेत्र में सैन्य गतिविधि जारी रखी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने कहा कि इस बीच नाटो ने कई ट्रेनिंग और रिट्रेनिंग स्ट्रक्चर की आड़ में क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां बढ़ाई।
उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारियों ने ऐसे कानून अपनाए थे जो रूसियों के अधिकारों को प्रतिबंधित करते थे। यूक्रेन में, उन्होंने घोषणा की कि रूसियों ने एक गैर-नाममात्र राष्ट्र के लिए एक कानून पारित किया है। साथ ही उन्होंने गैर-नाममात्र राष्ट्रों के अधिकारों को प्रतिबंधित करने वाले कानूनों को अपनाया है।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, यह सब ने मिलकर 2014 में यूक्रेन में नियो-नाजीस द्वारा सशस्त्र साधनों द्वारा शुरू किए गए युद्ध को समाप्त करने का निर्णय लिया गया।
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Source : IANS