Advertisment

2022 में वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड 7.5 मिलियन लोगों में टीबी का पता चला : डब्ल्यूएचओ

2022 में वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड 7.5 मिलियन लोगों में टीबी का पता चला : डब्ल्यूएचओ

author-image
IANS
New Update
hindi-record-75-mn-people-globally-diagnoed-with-tb-in-2022-who--20231108113006-20231108114611

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 2023 वैश्विक टीबी रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि 2022 में दुनिया भर में 7.5 मिलियन लोगों में तपेदिक (टीबी) का पता चला। यह आंकड़ा 1995 के बाद से सबसे अधिक है।

192 देशों और क्षेत्रों के डेटा को पेश करने वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि कई देशों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि के कारण ये आंकड़े सामने आए।

इसने कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न व्यवधानों के बाद, 2022 में टीबी निदान और उपचार सेवाओं के पैमाने में एक महत्वपूर्ण विश्वव्यापी सुधार को रेखांकित किया। हालांकि, इसने नए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए त्वरित प्रयासों का भी आह्वान किया।

2020 और 2021 में टीबी से पीड़ित नए लोगों की संख्या में वैश्विक कमी में भारत, इंडोनेशिया और फिलीपींस का योगदान 60 प्रतिशत से अधिक है। 2022 में सभी 2019 के स्तर तक पहुंच गए।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने बयान में कहा, सहस्राब्दियों तक हमारे पूर्वज टीबी से पीड़ित रहे और मर गए, बिना यह जाने कि इसका कारण क्या था या इसे कैसे रोका जाए।

उन्होंने कहा, “आज हमारे पास ज्ञान और उपकरण हैं जिनके बारे में उन्होंने केवल सपना देखा होगा। हमारी राजनीतिक प्रतिबद्धता है और हमारे पास अवसर है कि मानवता के इतिहास में किसी भी पीढ़ी को टीबी की कहानी में अंतिम अध्याय लिखने का अवसर नहीं मिला है।

वैश्विक स्तर पर, 2022 में अनुमानित 10.6 मिलियन लोग टीबी से बीमार पड़े, जो 2021 के 10.3 मिलियन से अधिक है।

भौगोलिक दृष्टि से 2022 में टीबी से पीड़ित अधिकांश लोग दक्षिण-पूर्व एशिया (46 प्रतिशत), अफ्रीका (23 प्रतिशत) के डब्ल्यूएचओ क्षेत्र में थे। वहीं पश्चिमी प्रशांत (18 प्रतिशत), पूर्वी भूमध्य सागर (8.1 प्रतिशत), अमेरिका (3.1 प्रतिशत) और यूरोप (2.2 प्रतिशत) में छोटे अनुपात के साथ थे।

2022 में टीबी से संबंधित मौतों की कुल संख्या (एचआईवी वाले लोगों सहित) 1.3 मिलियन थी, जो 2021 में 1.4 मिलियन से कम है।

हालांकि, 2020-2022 की अवधि के दौरान कोविड-19 व्यवधानों के चलते टीबी से लगभग पांच लाख अधिक मौतें हुईं। एचआईवी से पीड़ित लोगों में टीबी अभी भी मौत का प्रमुख कारण बना हुआ है।

मल्टीड्रग-प्रतिरोधी टीबी (एमडीआर-टीबी) एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बना हुआ है।

जबकि अनुमानतः 2022 में 410,000 लोगों में मल्टीड्रग-प्रतिरोधी या रिफैम्पिसिन-प्रतिरोधी टीबी (एमडीआर/आरआर-टीबी) विकसित हुई, लेकिन पांच में से केवल दो लोगों को ही इलाज मिल सका।

नए टीबी निदान, दवाओं और टीकों के विकास में कुछ प्रगति हुई है। हालांकि, यह इन क्षेत्रों में निवेश के समग्र स्तर से बाधित है।

2022 में महत्वपूर्ण सुधार के बावजूद, 2018 में निर्धारित वैश्विक टीबी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रगति अपर्याप्त थी, जिसमें महामारी के कारण होने वाले व्यवधान और चल रहे संघर्ष प्रमुख योगदान कारक थे।

2015 से 2022 तक टीबी से संबंधित मौतों में 19 प्रतिशत की कमी थी, जो 2025 तक डब्ल्यूएचओ एंड टीबी रणनीति के 75 प्रतिशत की कमी के अनुमान से काफी कम है।

नए लक्ष्यों में 90 प्रतिशत जरूरतमंद लोगों तक टीबी की रोकथाम और देखभाल सेवाएं पहुंचाना शामिल है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment