पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन चार ईरानी घुसपैठियों के असली इरादे का पता लगाने के लिए एक विस्तृत जांच शुरू की है, जिन्हें शुक्रवार रात बांग्लादेश की सीमा से लगे जिले कूच बिहार में ठिकाना बनाने के लिए विदेशी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार किए गए चार ईरानी घुसपैठियों में से तीन पुरुष और एक महिला है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, चार में से दो - महदी पहांगे और ज़ावेद अमीनिम्ह्र - कुछ समय पहले अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे, और काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी में रहे थे।
राज्य पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दोनों कुछ महीने पहले पश्चिम बंगाल चले गए और कूच बिहार में रहने लगे।
सूत्रों ने कहा कि दो अन्य ईरानी नागरिक, इब्राहिम डेराखशनपोर और उनकी बेटी एल्हम डेराखशानपोर नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के बाद लगभग एक महीने पहले पहांगे और अमिनीमहर के साथ ही रहने लगे थे।
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किस वजह से इन चारों घुसपैठियों ने पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिले को अपना नया ठिकाना बनाया।
पहांगे और अमिनीमहर दिल्ली में लंबे समय तक रहने के कारण हिंदी में काफी पारंगत हो गए हैं, जबकि पिता-पुत्री के साथ ऐसा नहीं है।
एक जिला अदालत ने सभी चार ईरानी नागरिकों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
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Source : IANS