राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने विभिन्न प्रजातियों के 955 जीवित कछुओं को बचाया है। इस सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
आरोपी व्यक्तियों को ऑपरेशन कच्छप के तहत पकड़ा गया।
डीआरआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें गंगा के कछुओं की अवैध तस्करी और व्यापार में शामिल एक सिंडिकेट के बारे में जानकारी मिली, जिनमें से कुछ को आईयूसीएन रेड लिस्ट और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम की अनुसूची I और II के तहत कमजोर और खतरे वाली प्रजातियों के रूप में निर्दिष्ट किया गया था।
डीआरआई ने कहा कि अवैध व्यापार और आवास का क्षरण इन प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा है।
अधिकारी ने कहा, अधिकारियों के सम्मिलित प्रयासों के परिणामस्वरूप 30 सितंबर को नागपुर, भोपाल और चेन्नई में कुल छह व्यक्तियों को पकड़ा गया और विभिन्न प्रजातियों के 955 जीवित कछुए बरामद किए गए। बचाए गए गंगा के कछुओं की प्रजाति है इंडियन टेंट टर्टल, इंडियन फ्लैपशेल कछुआ, क्राउन रिवर कछुआ, ब्लैक स्पॉटेड/पॉन्ड कछुआ और भूरे छत वाला कछुआ।
अधिकारी ने कहा कि वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत प्रारंभिक जब्ती के बाद अपराधियों और गंगा के कछुओं को आगे की जांच के लिए संबंधित वन विभागों को सौंप दिया गया।
यह ऑपरेशन पिछले महीनों में इस तरह की अन्य कार्रवाईयों की श्रृंखला में आता है, क्योंकि डीआरआई पर्यावरण को संरक्षित करने और अवैध वन्यजीव तस्करी से निपटने के अपने संकल्प को जारी रखे हुए है।
बचाई गई कुछ प्रजातियों को आईयूसीएन रेड लिस्ट और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम की अनुसूची I और II के तहत कमजोर/संकटग्रस्त प्रजातियों के रूप में निर्दिष्ट किया गया है।
अवैध व्यापार, मांस के लिए अत्यधिक शोषण और आवास का क्षरण इन प्रजातियों के अस्तित्व के लिए बड़े खतरे हैं।
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Source : IANS