भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को राजस्थान के सवाई माधोपुर से परिवर्तन संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यात्रा से पहले सवाई माधोपुर के दशहरा मैदान में एक आमसभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने इसरो को बधाई से शुरुआत की और फिर राजस्थान की कांग्रेस सरकार की जमकर खिंचाई की।
उन्होंने कहा, गहलोत राज में भ्रष्टाचार को खुली छूट है और यहां सरकार के कुशासन से आम जनता परेशान है। इसलिए इस कुशासन को खत्म करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को कमर कस लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा, इस सरकार का मतलब लाल डायरी है। जो मंत्री इसके खिलाफ आवाज उठाता है उसे बर्खास्त कर दिया जाता है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।
नड्डा ने कहा, कल वे (विपक्ष) मुंबई में एकत्र हुए और मोदी को हटाने की बात कर रहे थे। हम कह रहे हैं कि मोदी को मजबूत करके देश को आगे ले जाना है। वे मोदी को हटाना चाहते हैं क्योंकि वे परिवार को बचाना चाहते हैं। मोदी के राज में कोई भाई-भतीजावाद नहीं हो सकता है। कांग्रेस को देश की नहीं बल्कि राहुल बाबा की चिंता है। लालू को तेज प्रताप और तेजस्वी की चिंता है। उन्हें देश की नहीं अपने बेटों की चिंता है। ममता बनर्जी को देश की नहीं बल्कि उनके भतीजे की चिंता है। शरद पवार को सुप्रिया की चिंता है। करुणानिधि के बेटे स्टालिन अपने परिवार को बचाने आए हैं। उन्हें देश की चिंता नहीं है।
नड्डा ने गहलोत पर हमला करते हुए कहा, राजस्थान में 4.5 करोड़ लोगों को खाद्यान्न मिल रहा है। भारत की अतिशय गरीबी एक प्रतिशत से भी कम हो गई है। गजेंद्र सिंह (शेखावत) हर घर में नल लगाना चाहते हैं और गहलोत सरकार जल जीवन मिशन में 20,000 करोड़ रुपये का घोटाला करना चाहती है। हम पानी पहुंचा रहे हैं और वे घोटाला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, कल प्रतापगढ़ के धारियावाड़ की घटना शर्मनाक है। चाहे अलवर की कहानी हो, बाडमेर की, चूरू की, हर जगह जघन्य अपराध हो रहे हैं। मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहा है। क्या राजस्थान में इसे जारी रहने देना चाहिए? अगर नहीं चलने देना है तो बदलाव करना ही होगा। क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार के मामलों में नंबर 1 है। क्या राजस्थान की छवि ऐसी ही रहनी चाहिए? अगर राजस्थान की यह छवि बदलनी है, तो गहलोत सरकार को बदलना होगा।
इससे पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मंच से अपनी पहली परिवर्तन यात्रा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 2003 में हमने चारभुजा मंदिर के दर्शन कर परिवर्तन यात्रा शुरू की थी। इसके बाद पहली बार बीजेपी को 120 सीटें मिलीं। आज भी जब मैं यहां आई हूं तो चारभुजा का आशीर्वाद लेकर आई हूं।
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा, मैंने अपने कार्यकाल के दौरान इन 13 राज्यों की पेयजल और सिंचाई समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक योजना बनाई थी। लेकिन सरकार प्रस्ताव बनाकर नहीं भेज रही है, जबकि हमने 50 प्रतिशत निर्भरता पर प्रस्ताव बनाया था।
यात्रा के लिए नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित राज्य के अन्य नेता सवाई माधोपुर में एकत्र हुए। परिवर्तन संकल्प यात्रा में राजस्थान के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में लोग आये हैं।
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Source : IANS