पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)
के अधिकारियों और सीएपीएफ कर्मियों पर 5 जनवरी को उत्तरी 24 परगना जिले के संदेशखाली में हमले के बाद पिछले सप्ताह से क्षेत्र में जारी तनाव के लिए गुरुवार को केंद्रीय एजेंसी को ही जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले के आरोपी मास्टरमाइंड और फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को भी वस्तुतः क्लीन चिट दे दी, जिनके करीबी सहयोगियों पर संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को विधानसभा के पटल पर कहा, “वर्तमान में संदेशखाली में जो कुछ भी हो रहा है उसके लिए ईडी जिम्मेदार है। एजेंसी के अधिकारी शाहजहाँ को निशाना बनाते हुए संदेशखाली में समस्या पैदा करने के इरादे से वहाँ गए।”
बनर्जी ने भी अपनी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा अपनाई गई लाइन पर कायम रहते हुए कहा कि बाहरी लोग संदेशखाली में परेशानी पैदा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, पहले, ईडी शाहजहां को निशाना बनाकर वहां गई और इलाके में तनाव पैदा किया। फिर अल्पसंख्यक और आदिवासी आबादी के बीच तनाव पैदा करने का जानबूझकर प्रयास किया गया। नकाबपोश लोग संदेशखाली में परेशानी पैदा कर रहे हैं। वहां जारी तनाव के लिए बाहरी लोग जिम्मेदार हैं।”
संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर 5 जनवरी को हमले के बाद से तृणमूल नेतृत्व इस घटना को सार्वजनिक पीड़ा का सहज विस्फोट बता रहा है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि संदेशखाली में तनाव के लिए ईडी को जिम्मेदार ठहराकर मुख्यमंत्री ने इस मामले में वस्तुतः अपनी पार्टी के सिद्धांत का समर्थन किया है।
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Source : IANS