निकट अवधि में भारतीय शेयर बाजार में प्रमुख नकारात्मक पहलू एफआईआई की निरंतर बिकवाली है, जो जारी रहने की संभावना है। सितंबर के महीने में नकदी बाजार में 26,689 करोड़ रुपये की एफआईआई ने बिकवाली की है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है।
अक्टूबर सीरीज़ के लिए मिश्रित संकेत हैं, जो ऐतिहासिक रूप से बाज़ारों के लिए एक अच्छा महीना रहा है।
उन्होंने कहा कि डॉलर इंडेक्स का 107 से ऊपर बढ़ना और यूएस 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड का 16-वर्ष के उच्चतम स्तर 4.68 प्रतिशत पर होना बाजार के लिए प्रमुख बाधाएं हैं। बढ़ते डॉलर और यूएस बॉन्ड यील्ड के चलते एफआईआई द्वारा बिकवाली जारी रखने की संभावना है।
लेकिन, सकारात्मक पक्ष यह है कि ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 5 प्रतिशत की गिरावट आ गई है। इसके चलते डीआईआई और खुदरा निवेशक बाजार को समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि निकट अवधि में इन नकारात्मक और सकारात्मक कारकों से बाजार में उथल पुथल जारी रहने की संभावना है।
वैशाली पारेख, उपाध्यक्ष - तकनीकी अनुसंधान, प्रभुदास लीलाधर, ने कहा कि निफ्टी ने पिछले सत्र में भारी गिरावट के बाद 19,500 के स्तर से 19,720 के स्तर को छूने के लिए थोड़ा सुधार किया।
मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 381 अंक गिरकर 65,446 अंक पर है। कारोबार में मारुति सुजुकी 2 फीसदी नीचे है।
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Source : IANS