हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव जीतने वाले नवनिर्वाचित छह विधायकों ने बुधवार को विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली।
विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने वालों में कांग्रेस की अनुराधा राणा, राकेश कालिया, रणजीत राणा और विवेक शर्मा तथा भाजपा के सुधीर शर्मा और आईडी लखनपाल शामिल हैं।
इसी के साथ 68 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों की संख्या 34 से बढ़कर 38 हो गई है। जबकि, वर्तमान में तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद कुल सदस्यों की संख्या 65 रह गई है।
उपचुनाव में जीत के बाद भाजपा के विधायकों की संख्या 27 हो गई है।
सीएम सुखविंदर सुक्खू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, राज्य में सरकार बनाने का भाजपा का दावा विफल हो गया है। लोगों ने उपचुनाव में कांग्रेस के चार उम्मीदवारों को चुना है। पार्टी ने विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
सीएम ने कहा कि सरकार हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास जारी रखेगी। इस संबंध में सरकार विभिन्न फैसले ले रही है।
सीएम ने आगे कहा कि प्रदेश की जनता ने खरीद-फरोख्त की राजनीति को नकार दिया है। उपचुनाव में चार दलबदलू विधायकों को हार का सामना करना पड़ा है।
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आगामी तीन विधानसभा उपचुनाव के लिए भी पूरी तरह तैयार है। उम्मीदवारों के नाम जल्द ही तय कर दिए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने तीन विधानसभा क्षेत्रों में 10 जुलाई को उपचुनाव की घोषणा की है। निर्दलीय सदस्यों के इस्तीफे के कारण उपचुनाव की जरूरत पड़ी। जिन विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें हमीरपुर, देहरा और नालागढ़ शामिल है।
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Source : IANS