भारत में चालू त्योहारी सीजन के दौरान 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट में 70-75 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखने को मिल सकता है।
मार्केट रिसर्च फर्म सीएमआर के मुताबिक, इस साल जुलाई तक (साल-दर-साल) देश में 5जी हैंडसेट शिपमेंट में 65 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।
जहां वैल्यू-फॉर-मनी स्मार्टफोन (7,000 रुपये से 25,000 रुपये) में सालाना आधार पर 61 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, वहीं प्रीमियम 5जी स्मार्टफोन (25,000 रुपये और उससे अधिक) में सालाना आधार पर 68 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
आंकड़ों से पता चलता है कि सैमसंग ने 25 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत में 5जी शिपमेंट का नेतृत्व किया, इसके बाद वीवो 14 प्रतिशत और वनप्लस 12 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
इस साल देश में लगभग 150 5जी स्मार्टफोन लॉन्च होने की उम्मीद है, जो पिछले साल (112 लॉन्च) से 34 प्रतिशत अधिक है।
2023 की दूसरी तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में 6 प्रतिशत (साल-दर-साल) की गिरावट आई, जबकि 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट में 45 प्रतिशत (साल-दर-साल) की वृद्धि हुई।
सीएमआर की एनालिस्ट-इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप शिप्रा सिन्हा के अनुसार, स्मार्टफोन शिपमेंट में समग्र गिरावट के बावजूद, 5जी स्मार्टफोन सेगमेंट ने 47 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी (2022 की दूसरी तिमाही में 31 प्रतिशत से अधिक) पर कब्जा करते हुए आशाजनक प्रदर्शन किया।
लेटेस्ट एरिक्सन कंज्यूमर लैब रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 31 मिलियन भारतीय यूजर्स द्वारा 2023 में 5जी फोन में अपग्रेड करने की उम्मीद है, जो देश में 5जी को आगे बढ़ाने के लिए एक विशाल अवसर का प्रतिनिधित्व करता है।
भारत में 5जी ने 4जी की तुलना में समग्र नेटवर्क सेटिस्फेक्शन को 30 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।
भारत में 5जी यूजर्स एचडी वीडियो स्ट्रीमिंग, वीडियो कॉलिंग सर्विस, मोबाइल गेमिंग और ऑगमेंटेड रियलिटी जैसे ऐप्स के साथ अपने हाई डेली इंगेजमेंट के लिए जाने जाते हैं।
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Source : IANS