केंद्र सरकार ने मणिपुर में ताजा हिंसा के मद्देनजर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राकेश बलवाल को राज्य में भेजा है। राकेश बलवाल 2019 पुलवामा आतंकी हमले मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) टीम का हिस्सा थे।
मणिपुर कैडर के 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी बलवाल ने 2021 के अंत में श्रीनगर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में पदभार संभाला था।
एक सूत्र ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से उनकी नई तैनाती के लिए आदेश जारी किया गया।
बलवाल ने पहले एनआईए में साढ़े तीन साल तक पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में प्रतिनियुक्ति पर काम किया था, जहां वह 2019 पुलवामा आतंकी हमले की जांच करने वाली टीम का हिस्सा थे, जिसमें 40 सीआरपीएफ के जवानों की शहादत हो गई थी।
राकेश बलवाल को इम्फाल भेजने का फैसला मणिपुर में दो छात्रों की नृशंस हत्या को लेकर भड़की ताजा हिंसा के बाद आया है। हत्याओं के विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
हालांकि, मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी थी, लेकिन अब ताजा तनाव के बाद मंगलवार को एक बार फिर 1 अक्टूबर तक के लिए निलंबित कर दी हैं।
पिछले दो दिनों में आंदोलन के दौरान लड़कियों समेत कम से कम 100 छात्र सुरक्षाबलों के साथ झड़प में घायल हो गए हैं। सुरक्षाबलों ने उन्हें मुख्यमंत्री के बंगले की ओर मार्च करने से रोका था, तभी यह झड़प हुई।
सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और स्मोक बम का इस्तेमाल किया।
गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से सैकड़ों लोग मारे गए हैं। जबकि, हजारों अन्य को अपने घरों से बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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Source : IANS