मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। इंफाल पश्चिम जिले में रविवार सुबह जातीय संघर्ष से जूझ रहे दो समुदायों के बीच फायरिंग हुई।
पुलिस ने बताया कि यह घटना तब हुई, जब कई हथियारबंद लोगों ने कांगपोकपी जिले में निकटवर्ती पहाड़ियों से इंफाल घाटी में स्थित कौत्रू गांव पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस पर प्रतिद्वंद्वी जातीय समूहों के सदस्यों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
फायरिंग के कारण महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सहित ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फायरिंग में पम्पी नामक देसी मोर्टार गोले का भी इस्तेमाल किया गया। इससे लोगों में दहशत व्याप्त हो गया।
कथित तौर पर कुछ गोले ग्रामीणों के घरों की दीवारों में घुस गए, इससे दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों की एक एक टुकड़ी क्षेत्र में पहुंच गई है। घटना में अभी तक किसी के हताहत होने या घायल होने की खबर नहीं है।
ज्ञात हो कि बिष्णुपुर जिले में शनिवार तड़के सुरक्षा बलों के एक शिविर पर सशस्त्र समूहों के हमले में एक उप-निरीक्षक सहित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान शहीद हो गए थे। हमले दो अन्य घायल हो गए थे। इस हमले के 24 घंटे के भीतर रविवार की फायरिंग हुई।
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Source : IANS