बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत के आठ प्रमुख उद्योगों की विकास दर दिसंबर में घटकर 14 महीने के निचले स्तर 3.8 फीसदी पर आ गई।
समीक्षाधीन माह के दौरान सीमेंट और बिजली खंड की वृद्धि दर में क्रमश: 1.3 प्रतिशत और 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई।
दिसंबर में कच्चे तेल का उत्पादन 1 प्रतिशत घटा।
दिसंबर में साल दर साल आधार पर उर्वरक और इस्पात क्षेत्र में क्रमशः 5.8 प्रतिशत और 5.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कोयला क्षेत्र ने अन्य क्षेत्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हुए महीने में 10.6 प्रतिशत की दोहरे अंक की वृद्धि दर्ज की, हालांकि यह जून 2023 के बाद से दर्ज की गई सबसे कम वृद्धि दर थी।
नवंबर के लिए कोर सेक्टर की ग्रोथ अनंतिम रूप से 7.8 फीसदी रखी गई थी, जिसे बुधवार को संशोधित कर 7.9 फीसदी कर दिया गया।
अप्रैल से दिसंबर की अवधि को ध्यान में रखते हुए पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि में बुनियादी ढांचे का उत्पादन 8.1 प्रतिशत बढ़ा।
आईसीआरए की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, कोर सेक्टर का विस्तार दिसंबर 2023 में 14 महीने के निचले स्तर 3.8 प्रतिशत पर आ गया, जो नवंबर 2023 में 7.9 प्रतिशत था, आठ में से छह घटकों में वृद्धि में नरमी के साथ। सुस्त कोर के बाद दिसंबर 2023 में क्षेत्र की वृद्धि, हम उस महीने के लिए आईआईपी विस्तार को 1-3 प्रतिशत की धीमी गति से बढ़ने का अनुमान लगाते हैं।
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Source : IANS