जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक दूल्हा अपनी ही शादी में नहीं पहुंचा।
पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके के कंडीजल गांव के निवासी उस समय हैरान रह गए, जब दूल्हा फैयाज अहमद अपनी शादी में नहीं आया।
दुल्हन के पिता मुहम्मद शाबान, जिन्होंने अपनी बेटी की बारात के स्वागत के लिए बड़ी मुश्किल से सारी व्यवस्थाएं की थी, वह बेहद निराशा दिखे।
परिवार और पड़ोसियों ने कहा कि निकाह (इस्लामिक शादी की रस्म) चार साल पहले किया गया था। फैयाज अहमद को बस बारात के साथ आना था और दुल्हन को घर ले जाना था।
सात बेटियों के गरीब पिता अपनी बेटी के लिए कुछ सोना और शादी के कपड़े खरीदे थे। उन्होंने बारात के लिए वाजवान (पारंपरिक बहु-पाठ्य कश्मीरी दावत) की भी व्यवस्था की थी। बाद में परिवार को पता चला कि दूल्हा नहीं आ रहा है।
स्थानीय लोगों ने कहा, मुहम्मद शाबान और उनके परिवार के लिए यह अपमान सहन करना बहुत मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि यह पुलिस की सामाजिक जिम्मेदारी है कि वह हस्तक्षेप करे और दुल्हन के परिवार को बचाए।
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Source : IANS