गूगल ने आतंकवादी सामग्री से निपटने के लिए छोटे, उपयोगकर्ता-निर्मित ऑनलाइन प्लेटफार्मों के लिए मुफ्त टूल बनाया है।
एल्टीट्यूड नामक यह मुफ़्त टूल गूगल में उग्रवाद, दुष्प्रचार और सेंसरशिप पर नज़र रखने वाली इकाई जिग्सॉ द्वारा बनाया गया है। इस गैर-लाभकारी समूह को टेक अगेंस्ट टेररिज्म कहा जाता है।
द वायर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, यह टूल छोटे ऑनलाइन प्लेटफार्मों को आतंकवादी संगठनों द्वारा बनाई गई सामग्री के केंद्रीय डेटाबेस तक पहुंच प्रदान करता है।
संयुक्त राष्ट्र समर्थित ऑनलाइन आतंकवाद-रोधी समूह टेक अगेंस्ट टेररिज्म द्वारा बनाए रखा गया डेटाबेस, पहले से ही प्रमुख तकनीकी कंपनियों द्वारा उपयोग किया जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, इस टूल का लक्ष्य छोटे प्लेटफार्मों को अपने नेटवर्क पर आतंकवादी सामग्री का आसानी से और कुशलता से पता लगाने और उसे हटाने की क्षमता देना है।
यह प्रोजेक्ट ग्लोबल इंटरनेट फोरम टू काउंटर टेररिज्म के साथ भी काम कर रहा है, जो 2017 में फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर और यूट्यूब द्वारा स्थापित एक उद्योग-नेतृत्व वाला समूह है।
रिपोर्ट में आरा के सीईओ यास्मीन ग्रीन के हवाले से कहा गया है क,“इस्लामिक स्टेट और अन्य आतंकवादी समूहों ने इंटरनेट को सिर्फ इसलिए नहीं छोड़ा, क्योंकि उनके पास अब अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का मेगाफोन नहीं है, वे कहीं और चले गए।”
ग्रीन ने कहा, उन्हें फ़ाइल-होस्टिंग साइटों या अन्य वेबसाइटों, छोटे और मध्यम प्लेटफार्मों पर सामग्री होस्ट करने का यह अवसर मिला।
अल्टीट्यूड उन आतंकवादी समूहों के बारे में भी संदर्भ प्रदान करेगा, जिनसे सामग्री जुड़ी हुई है।
टेक अगेंस्ट टेररिज्म 100 से अधिक प्लेटफार्मों के साथ काम करता है, इसमें मैसेजिंग ऐप, वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया नेटवर्क और फोरम शामिल हैं।
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Source : IANS